भारत में कोरोना वैक्सीन की तैयारी देखने 4 दिसंबर को पुणे पहुंचेगा विदेशी प्रतिनिधि मंडल
नई दिल्ली। भारत में कोरोना की वैक्सीन कार्यक्रम का मुआयना करने के लिए 4 दिसंबर को विदेशी प्रतिनिधि मंडल पुणे आ रहा है। विदेशी दल के इस दौरे को भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से आयोजित किया गया है। एक दिन के इस दौरे पर यह दिदेशी दल दो अहम इंस्टिट्यूट सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और गेनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स का मुआयना करनेगी और इस दौरान कोरोना की वैक्सीन को लेकर भारत की क्या तैयारी है, इसकी जानकारी लेंगे।
बता दें कि इससे पहले विदेश सचिव हर्ष श्रंगला ने पिछले महीने में दिल्ली में प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी। 6 नवंबर को श्रंगला ने भारत सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर प्रोफेसर विजय राघवन, स्वास्थ सचिव राजेश भूषण, बायोटेक्नोलॉजी विभाग के सचिव डॉक्टर रेनू स्वरूप, साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सचिव आशुतोष शर्मा ने 190 से अधिक डिप्लोमैटिक मिशन को भारत की कोरोना महामारी को लेकर एक्शन प्लान की जानकारी दी थी।
बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट आस्ट्रा जेनेका/ ऑक्सफोर्ड कोरोना की वैक्सीन को तैयार करने में जुटे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ अपनी वर्चुअल बैठक के दौरान कहा था कि वैक्सीन रिसर्च पर काम भारतर-ब्रिटेन समेत दुनियाभर के देशों में अब लगभग आखिरी चरण में है और भारत सरकार हर स्तर पर कोरोना वैक्सीन को लेकर हो रहे काम पर नजर बनाए हुए है, हम सभी के संपर्क में हैं। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि एक, दो या तीन वैक्सीन होगी या फिर इसकी क्या कीमत होगी।
माना जा रहा है कि कोरोना के उत्पादन और वैक्सीन के वितरण में भारत की भूमिका काफी अहम रहने वाली है। कोरोना महामारी के बीच एचसीक्यू, पैरासीटामॉल जैसी दवाओं का वितरण भारत ने 150 से अधिक देशों में किया था। वैक्सीन के निर्माण के काम में भी नई दिल्ली ने ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया और जिसमे पड़ोस के 9 देशों से 90 एक्सपर्ट ने हिस्सा लिया था।
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