देश की सुरक्षा के लिए सरकार ने खड़ी की 3 नई एजेंसियां, परिंदा भी नहीं मार पाएगा पर
नई दिल्ली। हर प्रकार के खतरों से निपटने के लिए भारत सरकार ने तीन नई एजेंसियों का गठन किया है, जिसमें रक्षा साइबर एजेंसी, रक्षा स्पेस एजेंसी और स्पेशल ऑपरेशन डिवीजन शामिल है। समकालीन और नए खतरों से निपटने के लिए मोदी कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दे दी है। यह तीन त्रिकोणीय सेवा एजेंसियां होंगी, जो चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के अधीन होंगे। 2012 में चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी ने नए और उभरते खतरों से निपटने के लिए तीन अलग ज्वॉइंट कमांड्स- साइबर, स्पेस और स्पेशल ऑपरेशन की सिफारिश की थी।
अंग्रेजी डेली हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुतबिक, एक अधिकारी ने कहा कि यह एक बड़ा कदम है और तीनों विभाग बाद में स्वतंत्र रूप से अलग होकर काम करेंगे। ये तीनों एजेंसियों ने अर्थव्यवस्था और बेहतर तालमेल के साथ काम करेगी।
चीन ने अंतरिक्ष में अपनी आक्रामक क्षमताओं का प्रदर्शन किया है। इसी साल फरवरी में चीन ने अंतरिक्ष में एक टार्गेट को नष्ट करने कर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया था। इसने मिशन को पूरा करने के लिए डीएन-3 के रूप में पहचाने जाने वाले एक लंबी दूरी के मिसाइल इंटरसेप्टर का इस्तेमाल किया था। इससे पहले 2010 में चीन ने धरती की सतह से लगभग 62 मील दूर एक मिसाइल को नष्ट करने के लिए मिडकोर्स इंटरसेप्टर का उपयोग किया था।
अमेरिका के बाद चीन दूसरा देश है, जो स्पेस में लगातार अपनी क्षमता का विस्तार कर रहा है। सुरक्षा के लिए भारत की स्पेस एजेंसी इसरो और डीआरडीओ के साथ मिलकर काम करेगी। वहीं, स्पेशल ऑपरेशन डीविजन इंडियन आर्मी, नेवी और इंडियन एयर फोर्स के साथ मिलकर काम करेगी।