अमेरिका के हमले के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मिलाया फोन, ईरान को दिया यह संदेश
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के बीच ही अपने ईरानी समकक्ष से जावेद जारीफ से बात की। रविवार को जयशंकर ने कहा है कि अमेरिका-भारत के बीच हालात काफी गंभीर हो गए हैं और स्थिति बहुत ही तनावपूर्ण हो गई है। आपको बता दें कि गुरुवार को इराक के बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुए हवाई हमले में अमेरिका ने ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया है। सुलेमानी, ईरान में दूसरे सबसे ताकतवर शख्स थे। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के 52 ठिकानों को निशाना बनाने की धमकी दी है।
ट्वीट पर दी बातचीत की जानकारी
जयशंकर ने रविवार को ट्वीट किया और जानकारी दी कि जारीफ से उनकी क्या बात हुई है। हाल ही में जयशंकर बतौर विदेश मंत्री ईरान के दौरे से वापस लौटे हैं। जयशंकर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया और लिखा, 'अभी ईरान के विदेश मंत्री जावेद जारीफ से बात हुई। इस बात पर खास ध्यान दिया है कि हालात काफी गंभीर मोड़ पर पहुंच चुके हैं। भारत, तनाव के स्तर से खासा चिंतित है। हमने संपर्क बनाए रखने पर सहमति जताई है।' अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो ने भी फोन करके कई देशों के अपने समकक्षों से बात की है। उन्होंने इराक पर हमले के बाद पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से तो बात की है मगर अभी तक भारत के विदेश मंत्रालय से कोई संपर्क नहीं किया है।
Just concluded a conversation with FM @JZarif of Iran. Noted that developments have taken a very serious turn. India remains deeply concerned about the levels of tension. We agreed to remain in touch.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 5, 2020
ट्रंप बोले हमला वॉर की शुरुआत नहीं
भारत, पिछले कई दशकों से ईरान के साथ है और अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद भी किसी तरह से तेल का आयात जारी रखे हुए था। हालांकि पिछले वर्ष यानी मई 2019 में ईरान से आयात बंद कर दिया गया है। कासिम सुलेमानी, ईरान में दूसरे सबसे ताकतवर इंसान थे। उन्हें सुप्रीम लीडर अयोतल्ला खेमनेई के बाद पावरफुल करार दिया जाता था। ट्रंप ने कहा है कि अगर ईरान ने अमेरिकी नागरिकों को कुछ किया तो फिर उसके 52 ठिकानों पर हमले किए जाएंगे। ट्रंप की मानें तो जो कुछ भी उन्होंने किया है, उसका मकसद वॉर की शुरुआत करना नहीं था और न ही ईरान के शासन में अमेरिका कोई बदलाव चाहता है। बगदाद एयर स्ट्राइक के अगले दिन खेमनेई ने ट्वीट कर कहा था, 'ईरान इसका बड़ा बदला लेने जा रहा है।' भारत ने हालांकि संयम बरतने के लिए कहा है।