परमाणु क्षमता से लैस हुई अग्नि 1 का सफल परीक्षण
खास बात यह है कि यह मिसाइल पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से निर्मित है। परमाणु सामग्री ले जाने में सक्षम यह मिसाइल सतह से सतह पर मार करती है। इसका परीक्षण समुद्र के किनारे सैन्य ठिकाने पर किया गया। इसका परीक्षण भद्रक जिले में धामरा के पास व्हीलर द्वीप पर स्थित एक केंद्र पर सेना के रणनीतिक बल कमान द्वारा किया गया। परीक्षण केंद्र यहां से 170 किलोमीटर दूर स्थित है।
परीक्षण केंद्र के निदेशक एमवीकेवी प्रसाद के अनुसार मिसाइल, रोड मोबाइल लांचर प्रणाली से लांच की गई और बंगाल की खाड़ी में स्थित लक्ष्य तक पहुंची। इसपर राडार, समुद्र तट पर स्थित टेलीमेट्री स्टेशनों के जरिए नजर रखी गई। असल में यह अग्नि-1 मिसाइल का लेटेस्ट वर्जन है, जो परमाणु क्षमता से लैस होगी।
भारत की दमदार मिसाइलें लिंक में और अग्नि सीरीज की मुख्य मिसाइलें निम्न प्रकार से हैं-
अग्नि-1: इसमें एसएलवी-3 बूस्टर का प्रयोग किया जाता है इसकी मारक क्षमता 700 किलोमीटर की होती है। इसमें लिक्विड फ्यूल भरा जाता है। 28 मार्च 2010 में इसका पहला परीक्षण हुआ था। यह मिसाइल अपने साथ परमाणु सामग्री ले जाने में सक्षम है।
अग्नि 2: परमाणु क्षमता वाली इस मिसाइल की रेंज 3000 किलोमीटर है। यह अपने साथ 1000 किलो सामग्री तक ले जाने में सक्षम है।
अग्नि 3: जुलाई 2006 में भारत ने अग्नि 3 का सफल परीक्षण किया था। इसकी मारक क्षमता 3000 किलोमीटर तक है। हालांकि इसे 4000 किलोमीटर तक भी बढ़ाया जा सकता है। इसमें 600 से 1800 किलो तक परमाणु सामग्री भरी जा सकती है।
अग्नि 4: 4000 किलोमीटर तक की मारक क्षमता रखने वाली इस मिसाइल की जद में पूरा पाकिस्तान व आधे से ज्यादा चीन आ सकता है। इसका परीक्षण 2011 में किया गया था। यह भी परमाणु क्षमता वाली मिसाइल है।
अग्नि 5: अप्रैल 2012 को अग्नि 5 का परीक्षण किया गया, जिसने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। इसकी जद में पूरा चीन आ जाता है। इसकी रेंज 5500 किलोमीटर है, जिसे 7000 किलोमीटर तक बढ़ाया जा सकता है। इसे 2015 को भारतीय सेना को सौंप दिया जायेगा।