भारत ने किया परमाणु क्षमता से लैस 4000 किमी रेंज वाली अग्नि-IV बैलेस्टिक मिसाइल का सफल टेस्ट
अग्नि-V के सफल टेस्ट लॉन्च के एक हफ्ते बाद ही भी भारत ने किया 4,000 किमी की रेंज वाली अग्नि-IV का सफल टेस्ट। पिछले वर्ष नवंबर में भी किया गया था इस मिसाइल को टेस्ट।
बालासोर। पिछले हफ्ते भारत ने 5,000 किमी से ज्यादा की रेंज वाली अग्नि-V मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। अब एक हफ्ते के अंदर ही भारत ने अग्नि-IV का भी सफल परीक्षण कर डाला है। सोमवार को ओडिशा के बालासोर स्थित चांदीपुर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से इसका टेस्ट किया गया। इस टेस्ट के साथ ही पाकिस्तान के साथ ही चीन के भी कई शहर भी दायरे में आ गए हैं।
4,000 किमी तक का निशाना
अग्नि-IV 4,000 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, सेना के सामरिक बल कमान ने ओडिशा तट के ए.पी.जे.अब्दुल कलाम द्वीप से मिसाइल का परीक्षण किया। भारत ने पिछले हफ्ते जब अग्नि-V का परीक्षण किया था तो चीन खासा नाराज हो गया था। चीन ने इस बाबत में यूनाइटेड नेशंस (यूएन) में भारत की शिकायत करने का मन बना लिया है। अब इस मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद चीन की प्रतिक्रिया कैसी होगी यह देखना काफी दिलचस्प रहेगा। चीन यूएनएससी के पांच स्थायी सदस्यों में से एक है। अग्नि-V की रेंज 5,000 किमी से ज्यादा है और इसे एक 'गेम चेंजर' मिसाइल करार दिया जा रहा है। अग्नि- IV के अब तक पांच टेस्ट लॉन्च हो चुके हैं। पहला टेस्ट लॉन्च वर्ष 201, फिर 2012, 2014 में दो बार और आखिरी बार नवंबर 2015 में इसका टेस्ट लॉन्च किया गया था। यह सभी टेस्ट लॉन्च सफल रहे थे। इंडियन आर्मी पहले ही अग्नि मिसाइल को डेप्लॉय कर चुकी है। इस मिसाइल को पहले अग्नि प्राइम में नाम से बुलाया जाता था। पृथ्वी और धनुष जैसी शॉर्ट रेंज वाली मिसाइलों के अलावा अब स्ट्रैटेजिक कमांड फोर्स (एसएफसी) में 700 किमी वाली अग्नि-I, 2000 किमी की रेंज वाली अग्नि-II और 3,000 किमी की रेंज वाली अग्नि-III मिसाइल को अपने बेड़े में शामिल कर चुकी है। पढ़ें-नजरें अब कई टारगेट्स को तबाह करने वाली अग्नि-VI पर
क्यों है खास
- अग्नि मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से विकसित है।
- यह जमीन से जमीन पर मार सकती है।
- यह एक टन के वजन तक हथियार ले जा सकती है।
- अग्नि-4 मिसाइल दो चरण वाली हथियार प्रणाली है।
- इसका वजन 17 टन और लंबाई 20 मीटर है।
- यह 4,000 किमी तक के टारगेट पर निशाना लगा सकती है।
- यह फिफ्थ जनरेशन के कंप्यूटर सिस्टम से लैस है।
- इसमें माइक्रो नैविगेशन सिस्टम इंस्टॉल किया गया है।
- किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर यह खुद सुधार कर सकेगी।
- सेना के बेड़े में 3000 किलोमीटर रेंज वाली अग्नि-1, 2 और 3 पहले से शामिल हैं।