AAD मिसाइल इंटरसेप्टर का सफल परीक्षण, चीन और पाक से आने वाली मिसाइल सेकेंड्स में होगी तबाह
शनिवार सुबह 7:45 पर हुआ है देश में बनी एडवांस्ड एयर डिफेंस (एएडी) का सफल परीक्षण। ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप से की गई है लॉन्च। चीन और पाकिस्तान से आनी वाली मिसाइल को पल में ढेर कर सकती है।
भुवनेश्वर। भारत ने शनिवार की सुबह देश में बनी एडवांस्ड एयर डिफेंस (एएडी) इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस मिसाइल को ओडिशा तट पर स्थित अब्दुल कलाम द्वीप के लॉन्च पैड नंबर चार से लॉन्च किया गया है। इस इंटरसेप्टर मिसाइल का सफल परीक्षण चीन और पाकिस्तान की ओर से बढ़ते खतरे के मद्देनजर काफी अहम माना जा रहा है।
अमेरिका, इजरायल और रूस के क्लब में भारत
मिसाइल ने एक बहुरुपी दुश्मन मिसाइल को बीच रास्ते में ही ब्लॉक कर दिया और वह भी काफी सफलतापूर्वक। इस मिसाइल को सुबह 7:45 मिनट पर टेस्ट किया गया है। मिसाइल के टेस्ट के समय सैंकड़ों वैज्ञानिक और टेक्निकल ऑफिसर्स मौजूद थे। नंवबर 16 को भी इस मिसाइल के एक टेस्ट की कोशिश की गई थी लेकिन तब इंटरसेप्टर मिसाइल को लॉन्च नहीं किया जा सका था। भारत ने बैलेस्टिक मिसाइल डिफेंस (बीएमडी) शील्ड को डेवलप करने के मकसद से इस मिसाइल का टेस्ट किया है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक यह टेस्ट हथियार की 'किलिंग' क्षमता को परखने के लिए ही है। भारत के पास दोहरे स्तर वाला बीएमडी सिस्टम है तो दुश्मन की ओर से आने वाली धरती के अंदर और धरती के बाहर के वातावरण में मिसाइल को ट्रैक करके उसे नष्ट करने की क्षमता रखता है। एएडी की सफलता के साथ ही भारत अमेरिका, रूस और इजरायल के क्लब में आ गया है। इसके अलावा मिसाइल की सफलता से भारत की ताकत में भी इजाफा हुआ है। बीएमडी सिस्टम का पहले चरण जल्द ही सेनाओं का हिस्सा बनेगा। यह सिस्टम 2,000 किमी से फायर की गई दुश्मन को भी नष्ट करने की ताकत रखता है। दूसरे चरण में एंटी-बैलेस्टिक मिसाइल सिस्टम पर काम जारी है जो 5,000 किमी की दूरी से आती मिसाइल को भी नष्ट कर पाएगा।
क्या है इसकी खासियत
- एक आटोमेटेड मिशन के तहत रडार सिस्टम ने 90 किलोमीटर की ऊंचाई पर दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइल की पहचान कर ली।
- रडार से मिले आंकड़ों की मदद से कंप्यूटर नेटवर्क ने आ रही बैलिस्टिक मिसाइल का मार्ग पता लगा लिया।
- इस मिसाइल को डिफेंस रिचर्स एंड डिजाइन ऑर्गनाइजेशन यानी डीआरडीओ की ओर से डेवलप किया गया है।
- मिसाइल 7.5 मीटर लंबी है और सिंगल स्टेज रॉकेल प्रॉपेल गाइडेड मिसाइल है।
- मिसाइल एक इंटरशियल नेविगेशन सिस्टम से लैस है।
- एक इलेक्ट्रो मैकेनिकल एक्टिवेटर है जो कि पूरी तरह से जमीन पर मौजूद रडार के डाटा से कमांड होता है।
- एएडी इंटरसेप्टर को अश्विन नाम दिया गया है।
- इसकी क्षमता 30 किमी से भी कम की ऊंचाई के स्तर पर उड़ने वाली किसी भी मिसाइल को तबाह कर सकती है।