भारत ने किया K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण, INS अरिहंत पर होगी तैनात
नई दिल्ली। भारत ने आंध्र प्रदेश के तट पर रविवार को 3,500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली K-4 बैलिस्टिक मिसाइल सफल परीक्षण किया। ये परीक्षण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में परमाणु क्षमता वाली पनडुब्बी से किया गया। K-4 बैलिस्टिक मिसाइल को डीआरडीओ ने किया है। डीआरडीओ द्वारा विकसित की गई मिसाइल को नौसेना के स्वदेशी आईएनएस अरिहंत-श्रेणी के परमाणु-संचालित पनडुब्बियों से सुसज्जित किया जाएगा।
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सूत्रों ने दावा किया कि के-4 बैलिस्टिक मिसाइल किसी भी एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम को ट्रैक कर नष्ट कर सकती है। डीआरडीओ के वैज्ञानिक के-4 के सफल परीक्षण के बाद के-5 भी बनाने वाले हैं। इसकी मारक क्षमता पांच हजार किमी होगी। जानकारी के मुताबिक, पिछले दो सालों में कई असफल प्रयासों के बाद मिसाइल का परीक्षण किया गया। पिछले साल नवंबर में भी इसका परीक्षण होने वाला था। लेकिन बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवाती तूफान बुलबुल की वजह से परीक्षण स्थगित करना पड़ा।
यह जानकारी सरकारी स्रोतों से मिली है। परमाणु हमला करने में सक्षम इस मिसाइल की जद में पाकिस्तान, चीन एवं दक्षिण एशिया के कई देश आ गए हैं। बता दें कि, नौसेना के बेड़े में वर्तमान समय में 15 पारंपरिक और दो परमाणु पनडुब्बियां हैं। भारतीय नौसेना में दो परमाणु पनडुब्बियां हैं जिनमें 'आईएनएस अरिहंत और 'आईएनएस चक्र शामिल हैं। 'आईएनएस चक्र को रूस से पट्टे पर लिया गया है।
पिछले 20 दिसंबर को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने पिनाका मिसाइल का फिर से ओडिशा तट से सफल परीक्षण किया था। मिसाइल की मारक क्षमता अब 90 किलोमीटर तक हो गई है। डीआरडीओ द्वारा विकसित पिनाका मिसाइल 90 किमी की सीमा तक दुश्मन के इलाके में हमला करने में सक्षम है।
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