UN में भारत ने पाकिस्तान को लगाई फटकार, आतंकवाद से लेकर करतारपुर साहिब गुरुद्वारे पर घेरा
UN में भारत ने पाकिस्तान को लगाई फटकार, आतंकवाद से लेकर करतारपुर साहिब गुरुद्वारे पर घेरा
नई दिल्ली: India slams Pakistan in UN: भारत ने संयुक्त राष्ट्र (UNGA) में पाकिस्तान को फिर से फटकार लगाई है। 'कल्चर ऑफ पीस' पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद, धर्म और धार्मिक स्थल करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के प्रबंधन को लेकर घेरा है। भारत ने पाकिस्तान को दुनियाभर की शांति के लिए खतरा बताया है। भारत के संयुक्त राष्ट्र में स्थायी मिशन के सचिव आशीष शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान पहले ही इस सभा की ओर से पिछले साल 2019 में शांति की संस्कृति को लेकर प्रस्ताव का उल्लंघन कर चुका है।
भारत ने करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के उठाया मुद्दा
आशीष शर्मा ने कहा, नवंबर में पाकिस्तान ने सिखों के धार्मिक स्थल करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के प्रबंधन में बदलाव करते हुए इसे सिख समुदाय की जगह गैर-सिख समुदाय के प्रशासनिक नियंत्रण में स्थानांतरित कर दिया है। पाकिस्तान की ओर से उठाया गया ये कदम सिख धर्म और उसके संरक्षण के खिलाफ है।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को याद दिलाते हुए कहा कि आपको याद होगा कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारे का उल्लेख पहले के प्रस्ताव में भी था, जिसका पाकिस्तान की ओर से पहले भी उल्लंघन किया जा चुका है।
Last month, Pakistan arbitrarily transferred the management of the Sikh holy shrine - Kartarpur Sahib Gurudwara, from Sikh Community body, to the administrative control of a non-Sikh body: Ashish Sharma, First Secretary of India’s permanent mission at UN https://t.co/tbAIRjdaTd
— ANI (@ANI) December 2, 2020
PAK संस्कृति को बदलता है: UN में भारत
पाकिस्तान की निंदा करते हुए सचिव आशीष शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान भारत में धर्मों के खिलाफ नफरत की अपनी मौजूदा संस्कृति को हमेशा बदलता रहता है।
आशीष शर्मा ने कहा, अगर पाकिस्तान भारत में धर्मों के खिलाफ नफरत की अपनी मौजूदा संस्कृति को बदलता है और अपने लोगों के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद के समर्थन को रोकता है, तो हम दक्षिण एशिया और उससे परे शांति की वास्तविक संस्कृति का प्रयास कर सकते हैं।"
आशीष शर्मा ने कहा, ''हमें पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत हैं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम हम केवल पाकिस्तान के लिए एक मूक गवाह बन जाएंगे, जो धमकी, जबरदस्ती, धर्मांतरण और हत्या करके अपने अल्पसंख्यकों को भगा रहे हैं। यहां तक कि एक ही धर्म के लोगों को भी सांप्रदायिक हत्या को दिए गए प्रोत्साहन के कारण बख्शा नहीं जाता है।''
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