फेसबुक यूजर्स का डेटा मांगने में अमेरिका सबसे आगे, दूसरे नंबर पर भारत
नई दिल्ली: सोशल मीडिया में फेसबुक आज लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। जिस वजह से इसका बड़े पैमाने पर गलत इस्तेमाल भी किया जाता है। जिसको लेकर दुनियाभर की सरकारें गंभीर नजर आ रही हैं। मंगलवार को फेसबुक ने अपनी ट्रांसपैरेंसी रिपोर्ट जारी की। इसके तहत अब सभी देशों की सरकारें फेसबुक को पहले से ज्यादा डेटा रिक्वेस्ट भेज रही हैं। इस लिस्ट में अमेरिका पहले नंबर और भारत दूसरे नंबर पर मौजूद है।
फेसबुक की रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक स्तर पर जुलाई से दिसंबर 2019 तक फेसबुक के डेटा रिक्वेस्ट में 9.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। जिस वजह से 2019 की अंतिम छमाही में सरकारी आवेदनों की संख्या 1,28,617 से बढ़कर 1,40,875 हो गई। इसमें सबसे ज्यादा रिक्वेस्ट अमेरिका ने भेजी थी। जहां 82,321 अकाउंट के बारे में जानकारी के लिए 51,121 रिक्वेस्ट फेसबुक के पास पहुंची। वहीं दूसरे नंबर पर भारत ने 39,664 अकाउंट के लिए 26,698 रिक्वेस्ट भेजी थी।
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इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार ने 2019 में यूजर्स डेटा के लिए 3369 इमरजेंसी रिक्वेस्ट फेसबुक को भेजी थे, जबकि 2018 में ये रिक्वेस्ट 1478 ही थी। ऐसे में देखा जाए तो भारत सरकार अब दोगुनी इमरजेंसी रिक्वेस्ट भेज रही है। इमरजेंसी के अलावा ओवरऑल रिक्वेस्ट में भी बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने 2018 में 37,000 डेटा रिक्वेस्ट फेसबुक को भेजी थी, जो 2019 में 50 हजार पहुंच गई। मामले में फेसबुक ने बताया कि सरकार या कानूनी एजेंसियां, कानूनी प्रक्रिया के तहत यूजर्स का डेटा मांग सकती हैं। ऐसे में कंपनी डेटा मांगने के कारणों की जांच करती है, अगर वो सही पाए जाते हैं, तो डेटा उपलब्ध करवा दिया जाता है। कई बार बिना कानूनी प्रक्रिया के भी सरकार आपातकालीन स्थिति में डेटा मांगती हैं।