पिछड़ा चीन, भारत बना सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था, GDP ग्रोथ 7.7 प्रतिशत
Good News: देश के विकास की रफ्तार हुई तेज, चौथी तिमाही में GDP ग्रोथ रेट 7.4% से बढ़कर 7.7%
नई दिल्ली। आर्थिक मोर्चे पर केंद्र सरकार के लिए राहत भरी खबर है। देश की विकास ने रफ्तार पकड़ दी है। देश का जीडीपी ग्रोथ 7.7 फीसदी पहुंच गया है। वित्त वर्ष 2017-18 की आखिरी तिमाही (जनवरी से मार्च) में देश की विकास दर 7.7 फीसद रही है। आपको बता दें कि चौथी तिमाही में जीडीपी के 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन विकास दर अनुमान से बेहतर रहा।
चीन की पटखनी
अगर सरकार द्वारा जारी आंकड़ों को देखे तो चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी की रफ्तार विश्व की सबसे तेज रही है। भारत ने जीडीपी के रफ्तार में चीन को भी पछाड़ दिया। मार्च में अंत चौथी तिमाही में चीन की ग्रोथ रेट 6.8 फीसदी थी। जबकि भारत की जीडीपी रफ्तार 7.7 फीसदी रही। ऐसे में अर्थव्यवस्था की विकास रफ्तार में भारत ने चीन को बी पीछे छोड़ दिया।
चौथी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ जहां 7.7 फीसदी रहा तो वहीं पिछली तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी थी। वहीं दूसरी तिमाही(जुलाई-सितंबर) में जीडीपी 6.3 फीसदी तो पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 5.7 फीसदी रही थी।
देश के विकास दर ने पकड़ी रफ्तार
वित्त वर्ष 2017-18 में देश का जीवीए 6.5 फीसदी रहा है। पिछले 6 महीनों में देश की विकास दर की रफ्तार अच्छी रही है। आपको बता दें कि जीडीपी किसी भी देश के अर्थव्यवस्था की हालत को मापने का पैमाना है। देश के विकास दर की गणना हर तिमाही पर की जाती है। अर्थव्यवस्था के प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में उत्पादन की वृद्धि दर के आंकड़ों की गणना करके GDP निकाली जाती है। इसमें कृषि, उद्योग और सर्विस तीनों के विकास दर को नापा जाता है।
खत्म हुआ GST का असर
जानकारों की माने तो देश की अर्तव्यवस्था पर अब नोटबंदी और जीएसटी का असर खत्म हो गया है। देश की अर्थव्यवस्था अब नोटबंदी और जीएसटी से मजबूती के साथ उबर गई है। देश में निवेश की गतिविधियों में भी तेजी आ रही है, जिसकी वजह से विकास दर ने रफ्तार पकड़ी है।