NSG पर चीन को रूस ने दिया जोर का झटका, बोला- पाक से नहीं हो सकती भारत की बराबरी
नई दिल्ली। एनसीजी में भारत की सदस्यता का रूस ने समर्थन करते हुए कहा कि इस मामले में भारत की पाकिस्तान से तुलना नहीं की जा सकती है। रूस के उप-विदेश मंत्री सेरेजी रॉबकोव ने बुधवार को कहा कि एनसीजी ग्रुप में सदस्यता के लिए भारत और पाकिस्तान के आवेदन की तुलना नहीं की जा सकती है। भारत का परमाणु अप्रसार का शानदार रिकॉर्ड है जबकि पाकिस्तान के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता है।
भारत ने संधि के साथ हमेशा किया न्याय
रूस के उप-विदेश मंत्री सेरेजी रॉबकोव ने कहा, भारत ने परमाणु अप्रसार संधि के साथ हमेशा न्याय किया है। उसका शानदार रिकॉर्ड रहा है। जबकि अगर पाकिस्तान की बात कही जाए तो एनसीजी की सदस्यता के लिए परमाणु अप्रसार की जो योग्यता चाहिए वो पाकिस्तान उस कसौटी पर खरा नहीं उतरता।
रूस हमेशा से भारत के रहा है साथ
एनसीजी में भारत की सदस्यता का समर्थन रूस ने ऐसे समय में किया है जब चीन इस मामले में भारत का कड़ा विरोध कर रहा है। बता दें कि रूसी विदेश मंत्री सेरेजी रॉबकोव भारत दौरे पर आए हैं। रॉबकोव ने कहा, 'हमने एनसीजी में भारत संभावित की सदस्यता के बारे में बात की। रूस हमेशा से भारत की सदस्यता के समर्थन में रहा है। भारत की विश्वसनियता पर किसी को कोई शक नहीं है।'
पाकिस्तान भी चाहता है NSG में सदस्यता
बता दें कि 48 सदस्यों वालें NSG में भारत की सदस्यता की राह में सिर्फ चीन ही रोड़ा अटकाता रहा है। इस साल की शुरूआत में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ रूसी विदेश मंत्री की हुई बैठक में भारत ने रूस को ची को समझाने को कहा था। बता दें कि पाकिस्तान भी एनसीजी में सदस्यता चाहता है लेकिन चीन को छोड़कर ज्यादा देश इसके विरोध में है।
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