ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 46 वें पायदान पर पहुंचा इंडिया, पीएम मोदी बोले-केंद्र के प्रयासों से मिली उपलब्धि
नई दिल्ली, 10 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद में शनिवार को सेंटर-स्टेट साइंस कॉन्क्लेव का वर्चुअली उद्घाटन किया। केंद्र के विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधारित विकास मॉडल पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों के कारण भारत की ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स रैंकिंग 2015 में 81 से बढ़कर वर्तमान में 46 हो गई है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, हमें इस अमृत काल में भारत को अनुसंधान और नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाना है। राज्यों को अन्य राज्यों से अच्छे आचरण को अपनाना चाहिए। यह विज्ञान के नेतृत्व वाले समय पर और प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम होगा। 21वीं सदी के भारत के विकास में विज्ञान उस ऊर्जा की तरह है जिसमें हर क्षेत्र के विकास को, हर राज्य के विकास को गति देने का सामर्थ्य है।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार विज्ञान आधारित विकास के विजन के साथ काम कर रही है। 2014 के बाद से पीएम मोदी ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश में काफी वृद्धि हुई है। सरकार के प्रयासों से आज भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 46वें स्थान पर है, जबकि 2015 में भारत 81वें स्थान पर था। आज भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की ओर बढ़ रहा है। भारत के विज्ञान और इससे जुड़े लोगों की भूमिका इस क्षेत्र के साथ बहुत महत्वपूर्ण है।
PM मोदी ने कहा कि जब ज्ञान-विज्ञान से हमारा परिचय होता है तब संसार की सभी संकटों से मुक्ति का रास्ता अपने आप खुल जाता है। सॉल्यूशन और इनोवेशन का आधार विज्ञान ही है। इसी प्रेरणा से आज का नया भारत, जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के साथ ही जय अनुसंधान का आह्वान करते हुए आगे बढ़ रहा है।
पीएम ने कहा कि पश्चिम में आइंस्टीन, फर्मी, मैक्स प्लैंक, नील्स बोहर, टेस्ला जैसे वैज्ञानिकों ने अपने प्रयोगों से दुनिया को हैरान कर दिया। वहीं सीवी रमन, जगदीश चंद्र बोस, सत्येंद्रनाथ बोस, मेघनाद साहा, एस चंद्रशेखर सहित कई वैज्ञानिक अपनी नई खोजों को सामने ला रहे थे।
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उन्होंने कहा कि हमें साइंस एंड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपने रिसर्च को लोकल लेवल पर ले जाना है। यह समय की जरूरत है कि सभी राज्य स्थानीय समस्याओं के स्थानीय समाधान खोजने के लिए इनोवेशन पर जोर दें। उन्होंने राज्य सरकारों से स्थानीय समस्याओं के समाधान खोजने के लिए साइंस, इनोवेशन और टेक्नोल़ॉजी से संबंधित आधुनिक नीतियां बनाने का आग्रह करते हुए साइंटिस्टों के साथ और अधिक मदद की जरूरत पर बल दिया।