पीएम मोदी की न्यूयॉर्क फ्लाइट के लिए पाकिस्तान से एयरस्पेस खोलने का अनुरोध, इनकार करना पड़ा सकता है महंगा
नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका जाने वाले फ्लाइट गुजरने के लिए एयरस्पेस खोलने के लिए औपचारिक अनुरोध किया है। पीएम मोदी, न्यूयॉर्क के लिए रवाना होंगे और यहां पर वह यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली (उंगा) के सत्र में हिस्सा लेंगे। सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान ने कहा है कि वह इस पर अथॉरिटीज के साथ सलाह मशविरा करके ही कोई फैसला लेगा।
पाकिस्तान इनकार की हालत में नहीं
भारत सरकार की ओर से पिछले हफ्ते पाकिस्तान से अनुरोध किया गया था। पाकिस्तान को 20 सितंबर से पहले इस पर फैसला लेकर भारत को जवाब देना होगा। अगर पाक पीएम मोदी की फ्लाइट को अपने एयरस्पेस से गुजरने की मंजूरी नहीं देता है तो फिर वह इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन चार्टर का उल्लंघन करेगा। पाकिस्तान ने इस चार्टर को साइन किया है। इस चार्टर के नियम तहत जब तक कि युद्ध की स्थिति न हो या कोई आपातकालीन स्थिति न हो तब तक किसी भी तरह की पर्सनल फ्लाइट को मना नहीं किया जा सकता है।
पाक के खिलाफ अपील कर सकता है भारत
अगर पाक ने इनकार किया और भारत ने इसके खिलाफ अपील कर दी तो फिर इस्लामाबाद का भारी जुर्माना अदा करना पड़ सकता है। अभी एक माह भी नहीं हुए हैं जब पाकिस्तान ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की फ्लाइट के लिए एयरस्पेस खोलने से इनकार कर दिया था। राष्ट्रपति कोविंद तीन देशों आईसलैंड, स्विटजरलैंड और स्लोवानिया की यात्रा से लौट रहे थे।
पिछले माह पाक एयरस्पेस से गुजरे मोदी
पीएम मोदी पिछले माह जब फ्रांस, यूएई और बहरीन की यात्रा से वापस लौटे थे तो उस समय उन्होंने पाक के एयरस्पेस का ही प्रयोग किया था। दिलचस्प बात है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान जिस समय भारत को परमाणु हमले और जंग की धमकी दे रहे थे तो उसी समय पीएम मोदी उस धमकी को दरकिनार करके उनके ही एयरस्पेस का प्रयोग करके लौट रहे थे।
पांच माह तक बंद रहा एयरस्पेस
26 फरवरी को हुई बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस करीब पांच माह तक बंद रखा था। पाकिस्तान ने जुलाई में एयरस्पेस दोबारा खोला था। भारत ने 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले के प्रतिक्रियास्वरूप बालाकोट एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया था।