USCIRF की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज, कहा-कमीशन किस हद तक गिर गया है, ये इसका सुबूत
नई दिल्ली। भारत ने यूएस कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (यूएससीआईआरएफ) की रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है। मंगलवार को आई इस रिपोर्ट में भारत को उन देशों की लिस्ट में रखने की सिफारिश की गई है जिन्हें 'विशेष चिंता वाले देश' (सीपीसी) के तौर पर बताया गया है। भारत ने इस रिपोर्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उसे इसकी परवाह नहीं है।
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गलत व्याख्या करना कमीशन की आदत
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव की तरफ से इस पर आधिकारिक बयान जारी किया गया है। उन्होंने इसे पक्षपाती और विवादास्पद बताया है। प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ' भारत के खिलाफ इस आयोग की टिप्पणियां नई नहीं है। पहले भी इस आयोग ने ऐसी बातें की हैं, लेकिन आज जब पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही है, तब इसकी यह हरकत दिखाती है कि वह और नीचे गिर गया है। ऐसे समय में गलत व्याख्या करने की इसकी आदत नए स्तर पर पहुंच गई। इस प्रयास में यह अपने कमिश्नरों को ही नहीं साध पाया।' आयोग की तरफ से भारत को ऐसे देशों में शामिल करने के लिए कहा है जहां पर धार्मिक आजादी के नियमों को उल्लंघन होता है।
This is the first time since 2004 that USCIRF recommends #India as a Country of Particular Concern #USCIRFAnnualReport2020
— USCIRF (@USCIRF) April 28, 2020
हालांकि इस कमीशन में शामिल कमिश्नर गैरी एल बाउर और तेनजिंग दोरजी ने इससे असहमति जताई है। यूएससीआईआरएफ ने भारत के अलावा नाइजीरिया रूस, सीरिया और वियतनाम का नाम भी जोड़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2019 में भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति में तेजी से गिरावट आई। कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का हवाला दिया है जिसके तहत मुसलमान देशों से आने वाले अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। इस कानून के विरोध में दिसंबर में पूरे देश में प्रदर्शन हुए थे।