मुस्लिम देशों के संगठन OIC में कश्मीर का जिक्र, भारत ने कहा- ना दें आतंरिक मामलों में दखल
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान ने कई बार कश्मीर का मुद्दा उठाया, लेकिन उसे खुद ही वहां पर फजीहत झेलनी पड़ी। हाल ही में मुस्लिम देशों के संगठन ओआईसी की बैठक में भी कश्मीर का जिक्र हुआ था। साथ ही ओआईसी ने कश्मीर को अपने प्रस्ताव में शामिल किया था। अब भारत सरकार ने ओआईसी के इस कदम की निंदा की है। साथ ही उन्हें भारत के अंतरिक मामलों में दखल ना देने की सलाह दी। वहीं जो प्रस्ताव ओआईसी ने कश्मीर को लेकर दिया था, उसे भी भारत ने गलत बताया है।
दरअसल पिछले साल मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म कर दिया था। तब से पाकिस्तान तमाम अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर का राग अलाप रहा है। 27 से 29 नवंबर के बीच अफ्रीकी देश नाइजर में ओआईसी का 47वां सत्र आयोजित हुआ। जिसमें कई मुस्लिम देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इस बैठक के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। इसके बाद बैठक में जम्मू-कश्मीर पर भारत की नीतियों को लेकर प्रस्ताव जिक्र किया गया। ओआईसी में कश्मीर को लेकर कोई फैसला तो नहीं हुआ लेकिन उसके जिक्र मात्र से पाकिस्तान काफी खुश है।
मुस्लिम देशों के संगठन OIC में कश्मीर का ज़िक्र क्या पाकिस्तान की जीत है?
वहीं ओआईसी की बैठक के बाद भारत सरकार ने अपना अधिकारिक बयान जारी है। जिसमें कहा कि भारत तथ्यात्मक रूप से गलत, अनुचित और अकारण रूप से पास किए गए प्रस्ताव को खारिज करता है। कश्मीर शुरू से ही भारत का अभिन्न अंग रहा है, ऐसे में ओआईसी को उस मुद्दे पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। भारत सरकार के मुताबिक ये बड़े दुख का विषय है कि ओआईसी एक देश (पाकिस्तान) को अपने मंच का दुरुपयोग करने का अधिकार दे रहा है। साथ ही जो देश ओआईसी में कश्मीर का मुद्दा उठा रहा है, उसके यहां खुद अल्पसंख्यकों के साथ घिनौना काम होता है। भारत ने साफ शब्दों में कहा कि हम ओआईसी को गंभीरता से सलाह दे रहे हैं कि वो भविष्य में भारत के आतंरिक मामलों में दखल देने से बचे।