पाकिस्तान के साथ टेंशन की वजह से भारत को हुआ कई हजार करोड़ रुपए का नुकसान
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के पहले से ही तल्ख रिश्तों में पिछले वर्ष पुलवामा आतंकी हमले के बाद और कड़वाहट आ गई थी। दोनों देशों के बीच इस तनाव का असर अब अर्थव्यवस्था पर भी नजर आने लगा है। पाकिस्तान और भारत की सीमा पर स्थित शहरों की अर्थव्यवस्था बिगड़ने लगी है और एक रिपोर्ट के मुताबिक अब तक करीब 18,000 करोड़ से ज्यादा यानी 2.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान भारत को हो चुका है। इंग्लिश डेली हिन्दुस्तान टाइम्स की ओर से यह जानकारी दी गई है। भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ हर तरह का व्यापार बंद कर दिया था।
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अमृतसर झेल रहा 30 करोड़ का घाटा
ब्यूरो ऑफ रिसर्च ऑन इंडस्ट्री एंड इकोनॉमिक फंडामेंटल्स (ब्रीफ) की रिपोर्ट में भारत-पाक के बीच जारी टेंशन का जो असर अर्थव्यवस्था पर पड़ा है उसके आंकड़ें दिए गए हैं। इस रिपोर्ट में पंजाब के अमृतसर शहर को होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक अमृतसर जिले को हर माह 30 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। इस जिले में स्थित अटारी-वाघा बॉर्डर से होने वाला व्यापार रुका हुआ है। रोजाना 75 लाख रुपए का नुकसान इस जिले को हो रहा है।
कई परिवारों पर पड़ रहा असर
इसका सीधा असर 9,354 परिवारों पर पड़ रहा है। इन परिवारों में 1,724 परिवार व्यापारियों के, 4,050 ट्रक ड्राइवर्स, 2507 मजदूर, ढाबा और वेंडर्स के 176 और इस तरह के कई परिवार मुश्किलों में जीने को मजबूर हैं। रिपोर्ट को तैयार करने के लिए अफाक हुसैन और निकिता सिंगला ने भारत और पाकिस्तान के बॉर्डर इलाकों में सफर किया था। इस दौरान उन्होंने कई ट्रेड एक्सपर्ट और राजनयिकों से मुलाकात की थी।
पुलवामा हमले के बाद बंद बिजनेस
पिछले वर्ष 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने बालाकोट एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था। भारत ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाक से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया था। इसके बाद बॉर्डर के उस तरफ से भारत में आने वाली सभी वस्तुओं पर 200 प्रतिशत तक कस्टम ड्यूटी लगा दी गई थी। इस वजह से जो बिजनेस पाकिस्तान पर निर्भर था, उस पर खासा असर पड़ा था।
LoC के इलाके भी खासे प्रभावित
ब्रीफ की रिपोर्ट में बताया गया है कि जम्मू कश्मीर में भी एलओसी से जो व्यापार होता था, वह भी सुरक्षा और दूसरे कारणों की वजह से खासा प्रभावित हुआ है। एलओसी पर होने वाले व्यापार की वजह से ट्रांसपोर्ट्स को 66.4 करोड़ रुपए का राजस्व मिलता था। साथ ही 1.7 लाख नौकरियों के अवसर भी पैदा हुए थे। मगर व्यापार जारी प्रतिबंध की वजह से व्यापारियों को 15 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।