जम्मू-कश्मीर:फारूख अब्दुल्ला की नसीहत,ऐसा कोई कदम न उठाएं कि भारत-पाक के बीच बढ़े तनाव
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों की अतरिक्त तैनाती और अमरनाथ यात्रा को लेकर एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद से घाटी में राजनीतिक हलचल जारी है। जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात को लेकर पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत तमाम दलों के नेताओं ने आज सर्वदलीय बैठक की। बैठक जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के आवास पर हुई। क्षेत्रीय दल के नेताओं के साथ महबूबा मुफ्ती, फारूख अब्दुल्ला शामिल हुए। फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि घाटी के हालात को देखते हुए यहां के लोग सुरक्षा बलों की तैनाती से घबराए हुए हैं। इस से पहले कभी ऐसे हालात नहीं बने थे।
अब्दुल्ला
ने
अमरनाथ
यात्रा
के
रद्द
किए
जाने
के
फैसले
पर
हैरानी
जताई
और
कहा
कि
इससे
पहले
कभी
भी
अमरनाथ
यात्रा
रद्द
नहीं
की
गई।
उन्होंने
नसीहत
देते
हुए
कहा
कि
भारत-पाकिस्तान
ऐसा
कोई
कदम
न
उठाए
जिससे
दोनों
देशों
के
बीच
तनाव
बढ़े।
फारूक
अब्दुल्ला
ने
लोगों
से
शांति
बनाए
रखने
की
अपील
की
है।
उन्होंने
पत्रकारों
से
बात
करते
हुए
कहा
कि
हम
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
और
राष्ट्रपति
राम
नाथ
कोविंद
से
अपील
करते
हैं
कि
ऐसा
कोई
कदम
न
उठाएं
जिससे
घाटी
का
माहौल
बिगड़े।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के नेता अपने कश्मीर के विशेष दर्जे की रक्षा के लिए संघर्ष में एकजुट हैं। उन्होंने सभी क्षेत्रिय पार्टियों से एक साथ आने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी दलों ने एकसुर में फैसला किया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विशेष दर्जे, उसकी पहचान और स्वायत्तता को बचाने के लिए हम एकजुट रहेंगे।
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