27 फरवरी को भारत-पाकिस्तान एक दूसरे पर करने वाले थे मिसाइल हमला, पाक ने कर रखी थी ये तैयारी
नई दिल्ली। पुलवामा हमले के जवाब में भारत की पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के बाद दोनों के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए थे। अब ऐसी खबरें सामने आ रही थी कि भारत और पाकिस्तान ने 27 फरवरी को एक दूसरे के उपर मिसाइल हमले की तैयारी कर ली थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वायुसेना के विमान मिग-21 बाइसन के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को पाकिस्तान द्वारा पकड़ने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस पर फैसला लेने वाले थे।
अभिनंदन के पकड़े जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी मिसाइल हमले पर विचार कर रहे थे
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक अभिनंदन के पकड़े जाने की खबर मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिसाइल हमले पर विचार कर रहे थे। वहीं, भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के सचिव अनिल धसमाना ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मुनीर को यह साफ संदेश दे दिया था कि अगर भारतीय पायलट को कोई नुकसान पहुंचा तो हालात बिगड़ सकते हैं। एचटी ने सुरक्षा संबंधी कैबिनेट कमेटी के एक मुख्य सदस्य, भारत और पाकिस्तान के नौकरशाहों, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के कार्यालय और खुफिया अधिकारियों से बातचीत के आधार पर यह रिपोर्ट प्रकाशित की है। इन्हीं सूत्रों ने बताया कि धस्माना ने पायलट को छोड़ने के लिए मुनीर से बात की। विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को उस वक्त पाकिस्तान ने पकड़ लिया जब 27 फरवरी की सुबह पाकिस्तान के एफ-16 का पीछा करते वक्त नियंत्रण रेखा के उस पास मिग-21 बाइसन दुर्घटनाग्रस्त होने के चलते नीचे आ गए थे।
डोभाल कर रहे आईएसआई के अधिकारी से बात
इस रिपोर्ट में दावा किया गया कि, दोनों उच्च खुफिया अधिकारियों के बीच राजस्थान में 12 कम दूरी की जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों की तैनाती को लेकर बातचीत हुई थी। एक तरफ जहां रॉ चीफ ने आईएसआई के अपने समकक्षीय से बात कर रहे थे वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल ने अमेरिका के अपने समकक्षीय जॉन बोल्टन और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से उसी दिन हॉट लाइन पर बात कर बताया कि अगर विंग कमांडर वर्धमान को नुकसान पहुंचाया जाता है तो भारत खतरनाक कदम उठाने के लिए तैयार है।
हाफिज सईद के संगठन पर NIA ने कसा शिकंजा, दायर की चार्जशीट
भारत ने 12 मिसाइल को दागने के लिए तैयार रखा थी
रिपोर्ट में कहा गया है कि, डोभाल और धस्माना दोनों ने संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब में अपने वार्ताकारों से बात की ताकि वे इमरान खान सरकार पर इस बात को लेकर दबाव बनाए कि वह पायलट को बिना किसी शर्त के रिहा करे। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता से जब पूछा गया कि क्या डोभाल ने 27 फरवरी को जॉन बोल्टन को इस बारे में बता दिया था कि अगर भारतीय वायुसेना के पायलट को पाकिस्तान में किसी तरह का नुकसान पहुंचाया जाता है तो भारत मिसाइल हमले के लिए तैयार था और ऐसी स्थिति में 12 मिसाइल को दागने के लिए तैयार रखा गया था, इसके जवाब में किसी तरह की टिप्पणी से व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने इनकार कर दिया।
पाकिस्तान भारत पर 13 मिसाइलें लॉन्च करने की योजना बना रहा था
गौरतलब है कि रॉयटर्स ने भी 17 मार्च को एक रिपोर्ट में कहा था कि भारत-पाकिस्तान मिसाइल हमला करने के काफी करीब आ गए थे। बाद में हालात संभालने के लिए दूसरे देशों को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा था। इस्लामाबाद के घटनाक्रम से परिचित लोगों ने कहा, दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तानी नागरिक और सैन्य नेतृत्व यह मानकर चल रहा था कि भारत 27 फरवरी की शाम को पाकिस्तानी ठिकानों पर कम से कम नौ मिसाइलों को लॉन्च करने की योजना बना रहा था। जवाब में, पाकिस्तानी पक्ष ने भारतीय ठिकानों पर कम से कम 13 मिसाइल दागकर जवाबी कार्रवाई करने की तैयारी की थी।
पाकिस्तान के कई शहरों में ब्लैक आउट के आदेश हो गए थे जारी
पाकिस्तानी नेतृत्व का मानना था कि हमला 27 फरवरी को रात 9 बजे से 10 बजे के बीच किया जाएगा। 27 फरवरी को संभावित भारतीय मिसाइल हमले की खबर फैलते ही, पाकिस्तानी सेना ने इस्लामाबाद, लाहौर और कराची जैसे शहरों के कई इलाकों में रक्षा प्रतिष्ठानों और सैन्य आवासीय कॉलोनियों में ब्लैकआउट का आदेश दिया था। इसमें लाहौर में अस्करी हाउसिंग सोसाइटी और कराची में मलिर छावनी शामिल हैं।
केरल की इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष की 'हां' का इंतजार