स्टालिन का बीजेपी को कड़ा संदेश- केवल हिंदी भाषी राज्यों से नहीं बना है भारत
चेन्नई: द्रविड़ मुनेत्र कड़गम(डीएमके) ने लोकसभा चुनाव 2019 में तमिलनाडु में शानदार प्रदर्शन किया है। डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने बीजेपी को शनिवार को कड़ा संदेश दिया। स्टालिन ने कहा कि वो दिन अब खत्म हो गए जब यह माना जाता था कि केवल हिंदी भाषी राज्यों ने ही भारत को बनाया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रचनात्मक राजनीति होनी चाहिए।
डीएमके देश में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम लोकसभा में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है। स्टालिन की अगुवाई में डीएमके ने 23 सीटों पर जीत हासिल की। बीजेपी और कांग्रेस के बाद डीएमके ने सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं। उनसे अधिक बीजेपी को 303 सीट और कांग्रेस को 52 सीट मिली हैं। तमिलनाडु की 39 में से 38 सीटों पर चुनाव हुआ। वेल्लोर लोकसभा सीट में चुनाव आयोग ने भारी मात्रा में नकदी मिलने के चलते मतदान स्थगित कर दिया।
हिंदी भाषी अकेले नहीं बनाते भारत
तमिलनाडु के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र की कोई भी सरकार किसी भी राज्य की उपेक्षा नहीं कर सकती है। वे दिन आ गए हैं जब हिंदी भाषी राज्य अकेले भारत का गठन करते हैं। । वे दिन लद गए जब हिंदी भाषी राज्य अकेले भारत का गठन करते हैं। स्टालिन की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पार्टी कार्यकर्ताओं में इस बात की निराशा है कि कांग्रेस और अन्य सहयोगियों को डीएमके के प्रदर्शन का देश भर में लाभ नहीं मिला।
कांग्रेस के प्रदर्शन से निराशा
डीएमके नेतृत्व को लगता है कि कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की वजह से उन्हें केंद्र के साथ काम करने में परेशानी होगी। उन्हें लगता है कि अगर कांग्रेस बहुमत हासिल कर लेती तो उन्हें चुनावी वादों को पूरा करने में सुविधा होती। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) ने सिर्फ एक सीट जीती थी। जब उसकी साथ मिलकर चुनाव लड़ रही बीजेपी का खाता भी नहीं खुला। सके अलावा 22 सीटों पर विधानसभा के लिए हुए उपचुनावों में द्रमुक ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की है।