भारत से छिना दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने का दर्जा
नई दिल्ली। भारत की अर्थव्यवस्था दुनियाभर में तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था के तौर पर उभर रही थी और यह छठे पायदान पर पहुंच गई थी। लेकिन अब 2018 में ग्लोबल जीडीपी रैंकिंग में भारत से यह रैंकिंग छिन गई है। भारत अब छठे पायदान से फिसलकर सातवें स्थान पर पहुंच गया है। जबकि यूके अब पांचवें पायदान पर पहुंच गया है। वहीं फ्रांस छठे स्थान पर पहुंच गया है। वर्ष 2017 में भारत दुनिया की छठी सबसे बडी अर्थव्यवस्था के तौर पर सामने आई थी, जबकि फ्रांस सातवें पायदान पर चला गया था।
अमेरिका पहले स्थान पर
इस लिस्ट में अमेरिका अभी भी पहले स्थान पर बना हुआ है। 2018 में अमेरिका की कुल अर्थव्यवस्था 20.5 ट्रिलियन डॉलर थी, जबकि चीन दूसरे पायदान पर है और उसकी कुल अर्थव्यवस्था 13.6 ट्रिलियन डॉलर की है। जापान तीसरे स्थान पर है और उसकी कुल अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर, भारत की अर्थव्यवस्था 2.7 ट्रिलियन डॉलर, यूके और फ्रांस की कुल अर्थव्यवस्था 2.8 ट्रिलियन डॉलर है। बता दें कि 2017 में भारत की कुल अर्थव्यवस्था 2.65 ट्रिलियन डॉलर थी, जबकि यूके की 2.64 ट्रिलियन डॉलर, फ्रांस की 2.5 ट्रिलियन डॉलर थी।
रैंकिंग
नए आंकड़ों के अनुसार ये है रैंकिंग
- अमेरिका 20.5 ट्रिलियन डॉलर
- चीन 13.6 ट्रिलियन डॉलर
- जापान 5 ट्रिलियन डॉलर
- जर्मनी 5 ट्रिलियन डॉलर
- यूके 2.8 ट्रिलियन डॉलर
- फ्रांस 2.8 ट्रिलियन डॉलर
- भारत 2.7 ट्रिलियन डॉलर
- इटली 2.1 ट्रिलियन डॉलर
- ब्राजील 1.9 ट्रिलियन डॉलर
- कनाडा 1.7 ट्रिलियन डॉलर
- रूस 1.7 ट्रिलियन डॉलर
- दक्षिण कोरिया 1.6 ट्रिलियन डॉलर
- ऑस्ट्रेलिया 1.4 ट्रिलियन डॉलर
- स्पेन 1.4 ट्रिलियन डॉलर
8 सेक्टर में दरें संशोधित
मोदी सरकार ने बुधवार को मई में इन 8 कोर सेक्टर में विकास दर को संशोधित करते हुए 4.3 फीसदी बताया। पहले सरकार ने इन कोर सेक्टर में 5.1 फीसदी की वृद्धि दर का अनुमान लगाया था। आठ कोर सेक्टर जिसमें कोयला, क्रूड ऑयल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली हैं। इनमें पिछले साल जून में 7.8 प्रतिशत का विस्तार हुआ था।
राहुल ने साधा निशाना
देश की अर्थव्यवस्था को लेकर हाल ही में लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट करके कहा था कि देश की अर्थव्यवस्था देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है और इस सुरंग के अंत में किसी भी तरह की रोशनी आती नहीं दिख रही है। राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जीएसटी और नोटबंदी के जरिए भारतीय अर्थव्यवस्था का कचूमर निकालने का आरोप लगाया था। उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया था कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे कदम मोदी सरकार की विफलता और सोच की कमी के सटीक उदाहरण हैं। उसके संवेदनहीन रवैये ने भारतीय अर्थव्यवस्था को मंदी के कगार पर ला खड़ा किया है।