पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते पर सहमति देने वाला 62वां देश बना भारत
नई दिल्ली। भारत धरती का तापमान 2 डिग्री से नीचे करने के लिए दुनिया भर के 191 देशों के बीच हुए पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर करने वाला 62वां देश बन गया। भारत दुनिया का तीसरा वह देश है जो सबसे ज्यादा कार्बन उत्सर्जन करता है।
दो अक्टूबर यानी गांधी जयंती के दिन संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने इस बारे में हस्ताक्षरित दस्तावेज संयुक्त राष्ट्र संधि विभाग के प्रमुख को सौंपा। भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों ही इसके लिए मंजूरी दे चुके हैं।
जलवायु परिवर्तन समझौता क्या है
दुनियाभर के 191 देशों के बीच एक साल पहले एक समझौता हुआ था, इसके तहत सभी देशों को मिलकर दुनिया का तापमान 2 डिग्री तक कम करना होगा। इसके लिए कार्बन उत्सर्जन कम करने की दिशा में कदम उठाने पर सहमति बनी थी।
भारत तीसरा सबसे अधिक कार्बन उत्सर्जन करने वाला देश
भारत के नागरिक प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन 2.5 टन से कम करते हैं जबकि अमेरिका और चीन इस मामले में कई गुना आगे हैं। अमेरिका में प्रति व्यक्ति 20 टन कार्बन उत्सर्जन करता है। परंतु जनसंख्या के लिहाज से हम ज्यादा हैं इसलिए हम पर धरती को प्रदूषित करने का आरोप ज्यादा लगता है।