आ गई है 'भारतीय स्नाइपर राइफल', अब 800 मीटर की दूरी से खत्म होगा दुश्मन
नई दिल्ली। आपने 2014 में आई 'अमेरिकन स्नाइपर' फिल्म तो देखी होगी या 1973 में 'द डे ऑफ द जैकल' जिसमें फ्रैंच प्रेसिडेंट की हत्या की कोशिश की जाती है। इन दोनों फिल्म में स्नाइपर राइफल को मुख्य रूप से दिखाया गया था। इस खतरनाक राइफल को अब भारत की एक हथियार कंपनी ने तैयार कर लिया है।
अच्छी खबर यह है कि कोलकाता के निकट ईशापुर वेपन्स फैक्टरी ने दुनिया की सबसे बेहतरीन राइफल बना ली है। जिसे अब वीआईपी की सुरक्षा, आतंकवाद से निपटने और खतरनाक परिस्थितियों का सामना करने के लिए स्नाइपर राइफल का इस्तेमाल किया जाएगा। भारत में अभी तक विदेशों से मंगाई गई रायफल ही स्नाइपर को दी जाती रही है।
बुधवार को इस राइफल को लॉन्च किया जाएगा। ईशापुर वेपन्स फैक्ट्री कोलकाता पुलिस को सबसे पहले इसका इस्तेमाल करने के लिए देगी। 1998 में कारगील युद्ध के दौरान इंडियन आर्मी ने इस राइफल का इस्तेमाल किया था। भारत इससे पहले जर्मनी से ज्यादातर स्नाइपर राइफल खरीदता था। भारत में बनी इस राइफल की कीमत जर्मनी की राइफल से तीन गुना कम है।
राइफल
की
खासियत
ईशापुर
स्नाइपर
की
कीमत
2.5
लाख
रुपये
है,
जिसकी
क्षमता
7.62MM
है।
इसका
वजन
6.7
kg
है
और
800
मीटर
तक
मारने
की
क्षमता
रखती
है।
वहीं,
जर्मनी
की
राइफल
जो
7.2
kg
है,
उसकी
सिर्फ
500
मीटर
तक
की
ही
मारने
की
क्षमता
है।
230 साल पुराने इस राइफल फैक्ट्री के मैनेजर ने अनुसार, स्नाइपर की मांग लगातार बढ़ रही है। सीआरपीएफ के अलावा हरियाणा और राजस्थान पुलिस ने इस राइफल को बनाने का ऑर्डर दिया है।