अमेरिका ने लादेन के साथ किया वैसा हाफिज सईद के साथ करना हमारी क्षमता से बाहर: पी चिदंबरम
नई दिल्ली। 2008 मुंबई हमलों के 10 साल होने आए हैं और 166 लोगों का हत्यारा हाफिज सईद पाकिस्तान में खुल्लेआम घूम रहा है। हाफिज सईद को सजा दिलाने के लिए पिछले दस सालों से भारत कोशिश में लगा हुआ है, लेकिन अभी तक इस खूंखार आंतकी के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हो पाई है। यहां तक कि इस बार तो उसने चुनाव भी लड़ा था। मुंबई हमलों के तुरंत बाद भारत के गृहमंत्री बने पी चिंदबरम ने 26/11 की सालगिरह से पहले एक इंटरव्यू में कहा कि हाफिज सईद तक पहुंचना भारत की क्षमता से बाहर है।
हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में पी चिदंबरम ने कहा कि हम हाफिज सईद को पाकिस्तान से नहीं उठा सकते। चिदंबरम से जब पूछा गया कि अमेरिका ने जिस तरह से ओसामा बिन लादेन को बाहर निकाला क्या उसी तरह से भारत भी हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है? इस सवाल का जवाब देते हुए चिदंबरम ने कहा कि मुंबई हमलों के तुरंत बाद हाफिज सईद ने कराची में पनाह ले ली थी। आज वह खुल्लेआम घूम रहा है, लेकिन अमेरिका की तरह उसे निशाना बनाना हमारी क्षमता नहीं है।
चिदंबरम ने कहा, 'हमारे पास तब (2008 में) इतना क्षमता नहीं थी और अगर अब हमारे पास है तो मुझे सुखद आश्चर्य होगा। अगर हम कोशिश करते तो हम नाकाम हो जाते और यह एक झटका होता। हमने कूटनीतिक ढंग से मजबूती के साथ पाकिस्तान तक यह मैसेज पहुंचा दिया था कि भविष्य में अगर मुंबई जैसा हमला होता है, तो बदले की कार्रवाई में मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।'
हालांकि, चिदंबरम ने कहा कि मुंबई हमलों के बाद सैन्य कार्रवाई पर विचार जरुर किया गया था, लेकिन कोई ठोस परिणाम नहीं निकते देख हमने इस योजना पर काम करना बंद कर दिया था। चिदंबरम ने कहा कि 26/11 हमलों के बाद सीमा के उस पार सेना ने अटैक किए थे। इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय सीमा में कोई अटैक नहीं किया।