LAC पर तनाव वाले क्षेत्र से सैनिक हटाने के चीन के दावे को भारत ने किया खारिज, चीनी सेना की स्थिति में नहीं आया खास परिवर्तन
LAC पर तनाव वाले क्षेत्र से सैनिक हटाने के चीन के दावे को भारत ने किया खारिज, चीनी सेना की स्थिति में नहीं आया खास परिवर्तन
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद को लेकर चीन लगातार झूठ और फरेब कर रहा है। चीन ने विवादित क्षेत्रों से सैनिकों को हटाने की बात कही थी लेकिन भारत ने उन दावों को खंडन किया है। दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद भी गोगरा और पेंगोंग झील इलाके में चीनी सेना की स्थिति में खास परिवर्तन नहीं आया है। चीन पेंगोंग झील इलाके की स्थिति को लेकर चुप्पी साधे हुए है।
चीनी सेना की स्थिति में खास नहीं हुआ है परिवर्तन
चीन का दावा है कि उसने गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग और गोगरा इलाके से सैनिकों को पीछे हटाने का काम पूरा कर लिया है। जबकि भारत ने चीन के इन दावों का खंडन करते हुए कहा कि अधिकांश तनाव वाले क्षेत्रों में चीनी सेना स्थिति में खास परिवर्तन नहीं हुआ है। गोगरा और पांगोंग लेक पिछले 15 दिनों से ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है, यहां तक कि एक नई स्थिति भी बन गई है।
चीनी प्रवक्ता ने किया था ये दावा
बता दें चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने मंगलवार को बीजिंग में भारत-चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद मुद्दे पर कहा कि इन तीन बिंदुओं में विघटन पूरा हो गया है। जमीन पर माहौल लगातार सामान्य हो रहा है और तनाव में कमी आ रही है। सीमा पर तनाव के क्षेत्रों में तैनात दोनों देशों के सैनिक पहले ही ज्यादातर जगहों पर पूरी तरह से पीछे हट चुके हैं। प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच पांचवें दौर की बातचीत की तैयारी कर रहे हैं।
LAC पर अधिकतर जगहों पर सेना को पीछे हटाने का काम पूरा: चीन
पेगोंग झील इलाके में डटे हुए हैं सैनिक
सूत्रों के अनुसार गोगरा और पेगोंग झील इलाके में अभी भी दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने डटे हुए हैं। पेंगोंग झील और हॉट स्प्रिंग-गोगरा इलाका पेट्रोल प्वाइंट 17A का हिस्सा है और यहां स्थिति नाजुक बनी हुई है। पेगोंग झील में चीनी सैनिक फिंगर 4 से पीछे हटकर फिंगर 5 इलाके में रिजलाइन पर डट गए हैं। वहीं भारतीय सैनिक फिंगर 2 और 3 के बीच झील के किनारे पर डटे हुए हैं।
चीनी सेना फिंगर 4 से 8 के इलाके में बनाए गए निर्माण कार्यों को ध्वस्त नहीं कर रही
बता दें भारत के अनुसार वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) फिंगर 8 के पास से गुजरती है, लेकिन चीन इसका सम्मान नहीं कर रहा वो लगातार घुसपैठ कर रहा है। पैंगोंग झील, जो कि सबसे बड़ी फ्लैश पॉइंट है, में चीनी सेना फिंगर 4 से फिंगर 5 तक वापस चली गयी लेकिन सूत्रों के अनुसार ऐसे कोई संकेत नहीं मिल रहे कि चीनी सैनिक फिंगर 4 से 8 के इलाके में बनाए गए निर्माण कार्यों को ध्वस्त कर रही है। झील के किनारों पर मौजूद दोनों देशों के सैनिकों के बीच 4-5 किलोमीटर का अंतर है, लेकिन पहाड़ और रिजलाइन पर तैनात सैनिक एक-दूसरे से एक किलोमीटर से भी कम दूरी पर हैं। भारतीय सेना झील के किनारे फिंगर 3 और फिंगर 2 के बीच है।
14 जुलाई की वार्ता के बाद भी चीनी सेना पीछे नहीं हटी
14 जुलाई को कोर कमांडर स्तर की वार्ता के बाद पिछले दो सप्ताह से यह स्थिति नहीं बदली है। इससे पता चलता है कि अभी भी उस झील से पीछे नहीं हटी है जहां चीनी ने फिंगर 4 पर अपना डेरा डाला था जो सदा से भारत के नियंत्रण में था। फिंगर 8 से फिंगर 4 तक चीनी 8 किमी तक धीरे-धीरे करके अंदर आ गए थे। चीनी केवल फिंगर 5 और फिंगर 8 के बीच अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। वहां बड़ी संख्या में सैनिकों को एकत्र को कर चुकी हैं। वहीं भारतीय सेना ने सर्दियों की तैनाती की योजना बनाना शुरू कर चुकी है उसने भी भारी संख्या में यहां सैनिकों को तैनात कर दिया है।
जानिए किन क्षेत्रों में है तनाव
बता दें मई के पहले सप्ताह में चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में आक्रमकता दिखाते हुए एलएसी पर चार जगहों पर आगे आ गए थे। इनमें पेंगोंग झील के पास स्थित फिंगर्स एरिया, गलवान घाटी (PP14), हॉट स्प्रिंग (PP15) और गोगरा (PP17A) शामिल थे। फिंगर्स एरिया और गलवान में तो चीनी सैनिक भारतीय इलाके में दाखिल हो गए थे। वहीं गलवान घाटी में ही 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों में झड़प हुई थी, जिसमें भारतीय सेना के कमांडर सतीश बाबू समेत 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे।