India China tension: भारत-चीन के कमांडर्स के बीच मोल्डो में वार्ता खत्म, 5 घंटे तक ज्यादा चली मीटिंग
लेह। भारत और चीन के कोर कमांडर्स के बीच मोल्डो में हो रही वार्ता खत्म हो गई है। शनिवार को सुबह 11 बजे से शुरू हुई वार्ता लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के दूसरी तरफ मोल्डो में हो रही थी। भारतीय दल का नेतृत्व 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह कर रहे थे। सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि ले. जनरल वार्ता पूरी करके लेह लौट रहे हैं। वार्ता का नतीजा क्या निकला है फिलहाल इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी गई है।
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देर से शुरू हुई मीटिंग
यह मीटिंग पांच घंटे से ज्यादा समय चली है। इस मीटिंग को बॉर्डर पर भारत और चीन की सेना के बीच जारी टकराव को टालने के लिए काफी संवदेनशील माना जा रहा था। भारत की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह वार्ता को लीड कर रहे थे तो चीन की तरफ से पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) मेजर जनरल लियू लीन लीड कर रहे थे। मेजर जनरल लिन साउथ शिनजियांग मिलिट्री रीजन के कमांडर हैं। इस वार्ता को पहले सुबह नौ बजे शुरू होना था लेकिन किन्ही कारणवश इसमें देरी हो गई। सुबह 11 बजकर 10 मिनट तक आसपास वार्ता शुरू हुई। पांच मई को लद्दाख में चीनी सेना के जवानों की भारतीय जवानों से झड़प हुई थी। चीनी और भारतीय जवानों के बीच हुए इस टकराव से हर किसी को साल 2017 में हुई डोकलाम की घटना याद आ गई है। जून 2017 में हुआ डोकलाम विवाद अगस्त में 73 दिन जाकर खत्म हो सका था। हालांकि विशेषज्ञों का कहना था कि इस बार विवाद डोकलाम से ज्यादा गंभीर है।
क्या है चीन से भारत की मांग
लद्दाख के चुशुल के ठीक विपरीत दिशा में है चीन का मोल्डो जो दक्षिणी शिनजियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट में आता है। भारत ने इस मीटिंग से पहले भी चीन को स्पष्ट कर दिया था एलएसी पर यथास्थिति को बहाल किया जाना चाहिए। साथ ही यह भी स्पष्ट किया जा चुका है कि भारत की तरफ से किसी भी प्रकार से ट्रूप बिल्डिंग की कोई कोशिश पहले नहीं की गई थी और न ही भारतीय सेना के जवानों ने पहले किसी पेट्रोल पार्टी को उसकी गतिविधियों से रोका था। भारत ने चीन की सेना से मांग की थी कि जब तक एलएसी की स्थिति इस वर्ष अप्रैल में जैसी थी, वैसे ही बहाल होनी चाहिए।