भारत-चीन तनाव: रणदीप सुरजेवाला ने सैटेलाइट इमेज दिखाकर मोदी सरकार को घेरा, इन पांच दावों पर उठाए सवाल
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर एक बार फिर कांग्रेस ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने रविवार को एक सैटेलाइट इमेज दिखाते हुए दावा किया है कि चीनी सेना भारत की जमीन पर कब्जा कर के बैठी है। सुरजेवाला के मुताबिक चीन ने डेपसांग के मैदानी इलाकों और दौलत बेग ओल्डी पर कब्जा करना जारी रखा है और सैन्य निर्माण गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर चीनी गतिविधियों को लेकर भ्रमजाल फैलाना का भी आरोप लगाया है।
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कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडिया में चीनी दुस्साहस और कब्जे को लेकर सिर्फ भ्रमजाल फैला रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा फैलाया जा रहा भ्रमजाल न देश सेवा हो सकता और न ही राष्ट्रभक्ति। उन्होंने निर्णायक तौर से यथास्थिति बनाए रखने का दृढ़ निर्णय लेने की बजाए सिर्फ भ्रमजाल बुना है।
सुरजेवाला ने अपनी बात को साबित करने के लिए चीनी से साथ जारी सीमा विवाद से जुड़े कुछ घटनाक्रम का जिक्र किया है। उन्होंने कहा यह पांच तथ्य मोदी सरकार के झूठ को जगजाहिर करते हैं।
There are five apparent facts which have been put out by the satellite imagery, our journals & various security experts. First is that China continues to occupy the Depsang planes & Daulat Beg Oldie and is undertaking military construction activities: Randeep Surjewala, Congress pic.twitter.com/sXSSrpZQZ8
— ANI (@ANI) July 19, 2020
- पहला- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को सर्वदलीय बैठक में कहा था कि न तो हमारी सीमा में कोई घुसा है, न ही कोई घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है।
- दूसरा- 26 जून को चीन में भारतीय दूतावास ने कहा कि भारत उम्मीद करता है कि 'चीन अपनी जिम्मेदारी समझकर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल में पीछे हट जाएगा।'
- तीसरा- विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने 17 जून को लिखित तौर से स्वीकार किया कि चीन ने पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पार भारत की तरफ निर्माण किया है।
- चौथा- विदेश मंत्रालय ने 20 और 25 जून को दिए अपने बयानों में स्वीकार किया कि चीन ने मई-जून, 2020 में भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की है।
- पांचवां- 17 और 18 जुलाई को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के दौरे के बाद ट्वीट कर कहा गया कि जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है, उससे मामला हल होना चाहिए. कहां तक हल होगा, इसकी गारंटी नहीं दे सकता।