India-China faceoff: अक्साई चिन में नई सड़क तैयार कर रहा चीन, अरुणाचल में LAC पर इंस्टॉल किए जैमर्स
लेह। भारत और चीन के बीच पिछले छह माह से पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव जारी है। अगले हफ्ते दोनों देशों के बीच इस टकराव को खत्म करने के लिए आंठवें दौरे की कोर कमांडर वार्ता होनी है। लेकिन इससे पहले चीन की तरफ से एक ऐसी हरकत की गई है जिससे स्पष्ट इशारा मिलता है कि पड़ोसी देश डिसइंगेजमेंट के बारे में सोच भी नहीं रहा है। लद्दाख में 1597 किलोमीटर लंबी एलएसी पर चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने नया ढांचा तैयार कर लिया है। साथ ही जवानों को फिर से तैनात कर दिया गया है। सेना सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी दी गई है।
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भारी संख्या में उपकरण तैनात
सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि पीएलए तिब्बत में अक्साई चिन और शिनजियांग में नया निर्माण कार्य कर रहा है। यहां पर नए सिरे से जवानों को तैनात किया जा रहा है और साथ ही उपकरणों को तैनात किया जा रहा है। सीनियर मिलिट्री ऑफिसर्स की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने एलएसी के करीब 10 किलोमीटर दूर अक्साई चिन वाले इलाकों में निर्माण कार्य देखा है। अधिकारियों की मानें तो चीन यहां पर जवानों को तैनात कर रख सकता है, रॉकेट रेजीमेंट से लेकर टैंक और आर्टिलरी तक के जवान यहां पर आ सकते हैं। साथ ही जरूरत पड़ने पर पीएलए इसे अस्पताल के तौर पर प्रयोग कर सकता है। इसके अलावा एलएसी से 82 किलोमीटर दूर शिनजियांग में भी चीन का निर्माण कार्य देखा गया है।
अरुणाचल में इंटेलीजेंस रोकने की कोशिश
भारत की तरफ से पीएलए के कैंप करीब जवानों और उपकरणों की तैनाती देखी गई है जो कि अक्साई चिन में है। साथ ही तिब्बत क्षेत्र में पीएलए के वाहन भी बड़ी संख्या में देखे गए हैं। यह अब स्पष्ट हो चुका है कि पीएलए की इंटेलीजेंस यूनिट गलवान क्षेत्र पर नजर रखे हैं। साथ ही वह एलएसी से 8 से 20 किलोमीटर दूर तक के इलाके कोंग्का ला में भी उसकी नजरें हैं। शिनजियांग के होतान और कानश्विर में एलएसी से करीब 166 किमी दूर अक्साई चिन के इलाके में ट्रूप्स और उपकरणों की तैनाती में मदद के लिए नई सड़क का निर्माण कर रहा है। सिर्फ लद्दाख में चीन की गतिविधियां सीमित हों, ऐसा नहीं है। अरुणाचल प्रदेश में एलएसी से कुछ 60 किमी दूर चीन ने जैमर्स लगा दिए हैं। इसका मकसद भारतीय सेनाओं को सैटेलाइट के जरिए मिलने वाली जानकारी को रोकना है। आपको बता दें कि पीएलए ने रूस के एस-400 मिसाइल सिस्टम को नाइनग्चिी सिटी में तैनात किया है जो कि अरुणाचल प्रदेश के करीब है।