एक अंतरराष्ट्रीय मीटिंग से बाहर होने का फैसला ले सकते हैं पीएम मोदी, रूस को उठाना पड़ेगा बॉर्डर पर तनाव का खामियाजा!
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर जो तनाव भड़का है, उसका नतीजा 23 जून को होने वाली रशिया-इंडिया-चाइना (रिक) संगठन की वर्चुअल मीटिंग पर पड़ सकता है। सूत्रों की मानें तो 15 जून को हुए पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुए हिंसक टकराव के बाद भारत इस संगठन की एनुअल मीटिंग से बाहर रह सकता है। 15 जून को हुए टकराव में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों की ओर से इस बात का दावा किया गया है।
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23 जून को होनी है मीटिंग
कहा जा रहा है कि सीमा पर जारी टकराव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली रिक मीटिंग का एजेंडा नहीं है। लेकिन ऐसा लगता है कि चीन और घरेलू हालातों को ध्यान में रखते हुए सरकार इससे बाहर रहने का फैसला ले सकती है। 45 साल बाद एलएसी पर हुए संघर्ष में भारत कर्नल संतोष बाबू समेत 20 सैनिक शहीद हो गए। पांच मई से ही भारत और चीन के बीच लद्दाख में तनाव चल रहा है। सोमवार को हुई घटना में कई जवान गंभीर रूप से घायल हैं और कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस मीटिंग का आधिकारिक ऐलान होना अभी बाकी है और पहले इसे मार्च में होना था। लेकिन कोरोना वायरस महामारी की वजह से इसे टाल दिया गया है। रूा ने हाल ही में पहल की थी और 22 जून को वर्चुअल मीटिंग के आयोजन की बात कही थी। बाद में तारीख को को एक दिन आगे बढ़ा दिया गया और अब यह 23 जून को होगी।
तनाव पर आया रूस का बयान
इस मीटिंग में उम्मीद जताई जा रही है कि आपसी सहयोग को बढ़ाने, कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के साथ ही कुछ और मुद्दों पर वार्ता हो सकती है। इसके अलावा अफगानिस्तान और भारत, रूस और ईरान के बीच जारी क्षेत्रीय संपर्क प्रोजेक्ट्स भी चर्चा का विषय हो सकते हैं। इसके अलावा तीनों देश क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता पर एक समान मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं। सूत्रों की मानें तो फिलहाल पिछले दो दिनों से जो माहौल बना हुआ है, उससे तो लगता है कि भारत इस मीटिंग से बाहर रह सकता है। वहीं, कुछ लोगों ने इस बात की आशंका भी जताई है कि रूस आखिरी मौके पर मीटिंग को आगे बढ़ाने का जोर लगा सकता है। रूस की तरफ से भारत-चीन तनाव पर आधिकारिक प्रतिक्रिया दी गई है। रूस के अधिकारियों की तरफ से कहा गया है कि भारत और चीन को तनाव कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए।