अक्साई चिन से लेकर तिब्बत तक तैनात चीनी सेना के ये 8 जनरल हैं लद्दाख में टकराव के असली विलेन
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच तनाव को अब 100 दिन पूरे होने वाले हैं। किसी को नहीं मालूम पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के वेस्टर्न सेक्टर पर पांच मई से जारी टकराव कहां जाकर खत्म होगा। मीटिंग्स पर मीटिंग्स जारी हैं लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अक्साई चिन से लेकर तिब्बत तक में कमांडर्स मानों ठानकर बैठे हैं कि उन्हें भारत के साथ तनाव को सुलझाने की जगह इसे और उलझाना है। पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) का कोई जनरल अरबी भाषा में बात कर सकता है तो अक्साई चिन में लगातार सैनिकों को उकसाने में लगा हुआ है। जानिए उन आठ चीनी कमांडर्स के बारे में जो इस टकराव के असली विलेन हैं।
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जनरल झाओ जोंग्की
पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के वेस्टर्न थियेटर कमांड के मुखिया जनरल झाओ जोंग्की की तरफ से ही 15 जून को अपने जवानों को यह आदेश दिया गया था कि वो भारतीय सेना के जवानों पर हमला करे। जून 2017 में जब डोकलाम विवाद शुरू हुआ था तो उस समय भी जनरल झाओ के पास ही कमान थी। 73 दिनों तक चले इस विवाद में जो तकनीकियां जनरल झाओ ने अपनाई थीं, इस बार लद्दाख में वो पूरी तरह से अलग हैं।जनरल झाओ एक बहुत ही महत्वाकांक्षी जनरल हैं। साल 2016 से वह चीन की वेस्टर्न थियेटर कमांड को संभाल रहे हैं। उनके पास 20 साल तक तिब्बत की मिलिट्री डिस्ट्रीक्ट को बतौर ऑफिसर लीड करने का अनुभव है। 65 साल के जनरल झाओ को अगस्त 1999 में तिब्बत मिलिट्री डिस्ट्रीक्ट का चीफ ऑफ स्टाफ बनाया गया था। अक्टूबर 2004 में वह चोंगकिंग मोबलाइजेशन डिस्ट्रीक्ट के डिप्टी कमांडिंग ऑफिसर बने। सितंबर 2007 में उन्हें 13वीं ग्रुप आर्मी में बतौर कमांडर भेज दिया गया था। 31 जुलाई 2015 को वह जनरल की रैंक पर प्रमोट हुए।तिब्बत में उनकी सर्विस को देखते हुए उन्हें चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सर्वोच्च सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (सीएमसी) में जगह मिली थी।
लेफ्टिनेंट जनरल शू कीलिंग
छह जून को एलएसी पर जारी विवाद को सुलझाने के मकसद से बॉर्डर पर पहली कोर कमांडर मीटिंग हुई। विवाद को शुरू होने के पूरे एक माह बाद होने वाली मीटिंग पर न सिर्फ भारत और चीन बल्कि दुनियाभर के विशेषज्ञों की नजरें टिकी थीं। अचानक इस बातचीत से ठीक पहले चीन ने लेफ्टिनेंट जनरल शू कीलिंग को चीन की उस थियेटर कमांड का जिम्मा सौंप दिया गया जिस पर भारत से लगी सीमा की जिम्मेदारी है। ले. जनरल कीलिंग पीएलए की थियेटर कमांड के नए कमांडर हैं। इसी कमांड के पास एलएसी की सुरक्षा की जिम्मेदारी है।ले. जनरल कीलिंग, जनरल झाओ झोंगकी को रिपोर्ट करते हैं कि वेस्टर्न थियेटर कमांड के कमांडर हैं और वहां पर आर्मी, एयरफोर्स और रॉकेट फोर्स पर नजर रखते हैं। जनरल झाओ ही साल 2017 में डोकलाम विवाद के समय वेस्टर्न थियेटर कमांड को कमांड कर रहे थे। अक्टूबर 2017 में उन्हें सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की तरफ 19वीं सेंट्रल कमेटी में नियुक्त किया गया था। ले. जनरल शू कीलिंग, वेस्टर्न थियेटर कमांड को कमान करने से पहले ईस्टर्न कमांड को लीड कर रहे थे।
मेजर जनरल लियू लिन
भारत और चीन के बीच टकराव को टालने के लिए हर बार लेह स्थित 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह मेजर जनरल लियू लिन से मुलाकात कर रहे हैं। दोनों के बीच अब तक पांच मीटिंग हो चुकी हैं। साउथ शिनजियांग डिस्ट्रिक्ट के कमांडर मेजर जनरल लियू लिन ने छह जून को पहली बार 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह से मुलाकात की थी। मेजर जनरल लियू लिन, चीनी, राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तरफ से नियुक्त किए गए जनरल हैं। 55 साल के जनरल लियू लिन के बारे में जो कुछ भी सर्च करने पर मिला, उससे यही मालूम पड़ा कि मेजर जनरल लियू लिन काफी सख्त हैं। कुछ लोग तो उन्हें सनकी तक करार देते हैं। मेजर जनरल लियू लिन को जनवरी 2015 में इस रैंक पर प्रमोट किया गया था। 55 साल के पीएलए मेजर जनरल लियू लिन रोजाना आठ किलोमीटर दौड़ते हैं। वह हमेशा 20 साल के युवा सैनिकों के साथ रहते हैं और उन्हें ट्रेनिंग देते हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि अपने सैल्यूट को परफेक्ट बनाने के लिए उन्होंने अपने हेलमेट में पिन लगा ली थी। सैल्यूट तो परफेक्ट हो गया लेकिन हर बार जब कभी भी वह सैल्यूट करते उनके बांए हाथ की उंगलियों से खून बहता रहता।
लेफ्टिनेंट जनरल वांग कियांग
ले. जनरल वांग कियांग पीएलए की एयरफोर्स वेस्टर्न थियेटर कमांडर के कमांडर हैं। उन पर चार फाइटर डिविजन को एयर सपोर्ट देने की जिम्मेदारी है। इसके अलावा एक ट्रांसपोर्ट और एक बॉम्बर डिविजन भी उनके जिम्मे है। जिनान मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट में एयरफोर्स डिविजन के कमांडर के तौर पर भी वह कई ड्यूटीज को पूरा कर चुके हैं। साल 2016 से वह वेस्टर्न थियेटर कमांडर में कई अलग-अलग पदों पर अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं। इनमें डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ, चीफ ऑफ स्टाफ और एयरफोर्स के डिप्टी कमांडर का पद भी शामिल है। उन्हें दिसंबर 2019 में वेस्टर्न थियेटर कमांडर में पीएलए एयरफोर्स का कमांडर नियुक्त किया गया था।
लेफ्टिनेंट जनरल हाइजियांग वांग
57 साल के ले. जनरल वांग के पास संवेदनशीन तिब्बत मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट का जिम्मा है। 10 दिसंबर 2019 में उन्हें यह जिम्मा सौंपा गया था। साल 1977 में उन्होंने आर्मी ज्वॉइन की थी और उन्हें वियतनाम-चीन युद्ध के समय फर्स्ट क्लास मेरिट से सम्मानित किया गया था। इस युद्ध में चीन हार गया था। वह साउथ शिनजियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांडर भी रह चुके हैं जो अक्साई चिन के लिए बनाई गई है। साल 2016 में वह तिब्बत की मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के डिप्टी कमांडर थे। इसके बाद उन्हें लेफ्टिनेंट जनरल की रैंक पर प्रमोट किया गया। कहते हैं कि जनरल वांग गश्त और सर्विलांस में एक्सपर्ट हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल ल्यू वांगलोंग
58 साल के लेफ्टिनेंट जनरल ल्यू वांगलोंग उइगर मुस्लिम दबदबे वाले शिनजियांग प्रांत के मुखिया हैं। वह साल 2008 से इस क्षेत्र में हैं। साल 2916 में उन्हें गान्सू मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट का कमांडर बनाया गया और साल 2017 में वह शिनजियांग के कमांडर बने। उन्हें जुलाई 2018 में ले. जनरल की रैंक पर प्रमोट किया गया था।
मेजर जनरल ल्यू गिपिंग
मेजर जनरल ल्यू गिपिंग अप्रैल 2020 में किंगहाई मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांडर बनाए गए थे। जुलाई 2017 में उनका प्रमोश हुआ था। वह लद्दाख के देमचोक के ठीक सामने चीन के नागरी मिलिट्री सब-िडस्ट्रिक्ट में तैनात रह चुके हैं। वह साल 2017 में चीन की मिलिट्री के प्रोडक्शन और कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के कमांडर थे।
मेजर जनरल शिनयोंग
21 अप्रैल 2020 को उन्हें सिचुआन मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट का कमांडर नियुक्त किया गया था। शानडोंग में जन्में 59 साल के कमांडर साल 2013 में इनफेंट्री डिविजन के मुखिया थे। इसके बाद उन्हें साल 2014 में युनान मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट का कमांडर नियुक्त किया गया था। साल 2017 में किंगहाई मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांडर थे।