दिसंबर में 'हैंड इन हैंड' में एक साथ होंगी भारत और चीन की सेनाएं
नई दिल्ली। भारत और चीन की सेनाएं दिसंबर में द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास बहाल करेंगे। सेना के सूत्रों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। यह मिलिट्री ड्रिल चीन में होगी और इसका नाम 'हैंड इन हैंड' अभ्यास है। साल 2016 में पुणे में हैंड इन हैंड अभ्यास का आयोजन हुआ था। साल 2017 में भी यह ड्रिल होती लेकिन 73 दिनों तक चले डोकलाम विवाद की वजह से इस ड्रिल को सस्पेंड कर दिया गया। जून 2017 से अगस्त 2017 तक डोकलाम में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने थीं।
वुहान
में
पीएम
मोदी
और
जिनपिंग
ने
शुरू
की
पहल
इस वर्ष अप्रैल में चीन के वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अनौपचारिक मुलाकात हुई थी। इसी मुलाकात में दोनों देश इस बात पर सहमत हुए थे कि भारत और चीन के बीच आपसी सहयोग को बढ़ाया जाएगा। अगस्त में चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगेहे भारत की यात्रा पर आए थे और इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग पर नया द्विपक्षीय समझौता हुआ था। साथ ही इस बात पर भी रजामंदी जाहिर की गई थी दोनों देशों की सेनाओं के बीच बातचीत को बढ़ाया जाएगा ताकि फिर से एक और डोकलाम से बचा जा सके।
सेना प्रमुख ने भी दिए इशारे
मार्च में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी कहा था कि भारत और चीन के बीच होने वाली एनुअल मिलिट्री ड्रिल को बहाल किया जाएगा। उन्होंने इस बात की ओर से ध्यान दिलाया था कि दोनों देशों के बीच डोकलाम विवाद की वजह से जो रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे, उनमें अब सुधार आ रहा है। जनरल रावत ने कहा था कि दोनों सेनाओं के बीच भाईचारा वापस शुरू हो गया है। सिक्किम में स्थित डोकलाम क्षेत्र रणनीतिक तौर पर काफी अहम है और भूटान इस पर अपना दावा करता है। भारत यहां पर बतौर सुरक्षा गारंटर के तौर पर अपनी सेनाओं को तैनात रखता है। इस क्षेत्र को काफी संवेदनशील माना जाता है।