India-China faceoff: इंडियन आर्मी चीफ जनरल नरवणे ने चीन के साथ बॉर्डर पर टकराव पर दिया बड़ा बयान
देहरादून। भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भारत और चीन के बीच जारी तनाव पर बड़ा बयान दिया है। जनरल नरवणे ने कहा है कि भारत-चीन बॉर्डर पर स्थिति नियंत्रण में है। जनरल नरवणे ने शनिवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए) की पासिंग आउट परेड से इतर यह बयान दिया। जनरल नरवणे आईएमए पासिंग आउट परेड में बतौर रिव्यू ऑफिसर शामिल हुए थे।
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बातचीत से निकलेगा नतीजा
परेड के बाद नरवणे मीडिया से बात कर रहे थे और इस दौरान उनसे चीन के साथ जारी तनाव पर सवाल पूछा गया था। नरवणे ने कहा कि इस समय चीनी पक्ष के साथ हाई लेवल मीटिंग्स का दौर जारी है। साथ ही स्थानीय स्तर पर भी कमांडर स्तर के ऑफिसर चीनी पक्ष के साथ बातचीत कर रहे हैं। जनरल नरवणे के मुताबिक लगातार बातचीत से ही इस बात की उम्मीद है कि भारत और चीन के बीच मतभेदों को सुलझाया जाएगा। जनरल नरवणे के शब्दों में, 'हहमें उम्मीद है कि जो बातचीत हम कर रहे हैं, उनके जरिए सभी प्रकार के मतभेदों को सुलझाया जाएगा। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।' भारत और चीन के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर टकराव कब खत्म होगा, कोई नहीं जानता। टकराव को अब 40 दिन होने को हैं। चीन की मंशा का अंदाजा भी कोई नहीं लगा पा रहा है।
LAC पर उग्र हैं चीन के तेवर
चीनी सेना पिछले दिनों गलवान इलाके, हॉट स्प्रिंग्स एरिया और पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 से 2.5 किलोमीटर तक पीछे हटी है। फिलहाल दोनों देशों के बीच बातचीत लगातार जारी है। पिछले दिनों खबरें आई थीं कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश से लेकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम में एलएसी पर अपने जवानों की संख्या बढ़ा दी थी। भारत की तरफ से भी इसके बाद एलएसी जवानों को रवाना किया गया। पांच मई को लद्दाख में झड़प के बाद सिक्किम में भी दोनों देशों के सैनिकों के बीच मारपीट हुई थी। सूत्रों के हवाले से एएनआई ने लिखा है कि चीनी सेना ने न केवल लद्दाख में मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार किया बल्कि उसने दूसरी जगहों जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में भी एलएसी पर अपने ढांचे को मजबूत किया।