India-China faceoff: आज चुशुल में भारत-चीन के बीच एक और कोर कमांडर वार्ता
नई दिल्ली। भारत और चीन के मिलिट्री कमांडर्स आज एक बार फिर पूर्वी लद्दाख में जारी टकराव को खत्म करने के लिए मुलाकात करने वाले हैं। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के हालातों को सामान्य करने के लिए मंगलवार को जो वार्ता होगी, वह चौथी कोर कमांडर स्तर की वार्ता है। 14 जुलाई को होने वाली वार्ता में फिंगर एरिया और देपसांग में तनाव को कम करने पर बातचीत होगी। इसके अलावा टकराव वाले बिंदुओं से हथियारों को हटाने के लिए भी भारत की तरफ से कहा जा सकता है।
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सुबह 11:30 बजे से शुरू होगी मीटिंग
भारत और चीन के बीच अब तक छह जून, 22 जून और फिर 30 जून को कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी। पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक फिंगर इलाके और देपसांग सेक्टर में मौजूद हैं। यह मीटिंग सुबह 11:30 बजे से चुशुल में शुरू होगी। मिलिट्री स्तर की वार्ता के साथ ही वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसलटेशन एंड को-ऑर्डिनेशन (डब्लूएमसीसी) स्तर की भी मीटिंग होने वाली है, इस मैकेनिज्म को सीमा से जुड़े मसलों को सुलझाने के लिए ही बनाया गया है। मिलिट्री कमांडर्स जहां डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया और इसकी समय-सीमा पर चर्चा करेंगे तो डब्लूएमसीसी उस पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेगा। आज होने वाली वार्ता को काफी संवेदनशील माना जा रहा है क्योंकि इस दौरान फिंगर एरिया को लेकर विस्तार से चर्चा होने वाली हैं। इस मीटिंग में ही गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा पोस्ट पर उस जटिल डिसइंगेजमेंट प्लान पर भी वार्ता होगी जिसे 30 जून की मीटिंग में तैयार किया गया था। हालांकि इन इलाकों से कुछ हद तक चीनी और भारतीय जवान पीछे चले गए हैं। आज की मीटिंग में भी 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और पीएलए के साउथ शिनजियांग मिलिट्री रीजन के कमांडर मेजर जनरल ल्यू लिन के बीच बातचीत होगी।