गलवान वैली, हॉट स्प्रिंग से पीछे हटी चीनी सेना, अब फिंगर एरिया खाली करने पर होगी बातचीत
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर विवाद के बीच भारत और चीन में डिसएंगेजमेंट को लेकर बड़ी खबर आई है। दोनों देशों की सेनाएं गलवान वैली, पेट्रोलिंग प्वाइंट14, 15 और 17 और हॉट स्प्रिंग/गोगरा इलाके से पूरी तरह पीछे हट गई हैं। हाल ही में दोनों देशोंके बीच रायनयिक और सैन्य स्तर पर बातचीत के बाद सेनाएं वापस हटी हैं। अब फिंगर एरिया से डिसएंगेजमेंट को लेकर बातचीत होनी है।
यह दोनों देशों के बीच डिसएंगेजमेंट प्रक्रिया पर सहमति के तहत ये हुआ है। लद्दाख में हॉट स्प्रिंग से चीन और भारत की सेना पीछे हट गई हैं। पेट्रोलिंग प्वाइंट 14, 15 और 17 से चीनी सेना पीछे हट गई है। आने वाले दिनों में पैंगोंग सो झील के इलाके को लेकर भारत-चीन के वरिष्ठ सैन्य कमांडरों के बीच बैठक हो सकती है। इस बैठक में दोनों पक्षों के बीच सैनिकों को पीछे हटने की प्रक्रिया पर आगे की बातचीत होगी। इससे पहले गलवान और गोगरा क्षेत्र में भी डिसएंगेजमेंट हो गया है। पैंगोंग और हॉट स्प्रिंग ऐसे इलाके हैं, जहां तनाव है। हॉट स्प्रिंग से दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट गई हैं और पैंगोंग पर जल्दी ही बातचीत होगी।
लद्दाख में भारत और चीन के बीच कई महीने से विवाद है। गलवान घाटी में 15 जून को चीन और भारत के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया था। जिसके बाद दोनों देशों के बीच लगाचार बातचीत हो रही है ताकि तनाव कम हो और सेनाएं पीछे हटें। सैन्य अफसरों में लगातार बैठकें हुई हैं। पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव कम करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच भी बातचीत हुई थी। शुक्रवार को चीन के साथ तनाव पर विदेश मंत्रालय ने कहा था कि दोनों पक्ष एलएसी पर सेना पूरी तरह से वापसी पर सहमत हैं।
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