भारत-चीन के बीच 10वें दौर की कोर कमांडर वार्ता जारी, डिसएंगेजमेंट को आगे बढ़ाने पर चर्चा
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच आज (20 फरवरी) 10वें दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता हो रही है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की तरफ मोल्दो में 12 घंटे से ये बैठक चल रही है। सुबह 10 बजे ये बैठक शुरू हुई थी। रात दस बजे सेना के सूत्रों से जानकारी मिली है कि अभी वार्ता जारी है। भारत तथा चीन के बीच इस वार्ता में डिसएंगेजमेंट को आगे बढ़ाते हुए पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग, गोग्रा, देपसांग से सैना की वापसी पर विचार होना है।
भारतीय की ओर से कोर कमांडर पीजेके मेनन और आईटीबीपी के आईडी दीपम सेठ बैठक की अगुवाई कर रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर हैं। वहीं चीन की ओर से बैठक का नेतृत्व चीनी सेना के दक्षिणी शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर मेजर जनरल लिउ लिन कर रहे हैं।
पैन्गोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी छोर से भारत और चीन के सैनिकों और टैंकों को हटाए जाने की प्रक्रिया पूरी होने के दो दिन बाद कोर कमांडर स्तर की 10वें दौर की यह वार्ता हुई है। पैंगोंग झील के उत्तरी-दक्षिणी किनारों से दोनों देशों की सैनिकों ने वापसी कर ली है। वहीं टैंकों, बंकरों, तंबुओं को हटाने का काम भी गुरुवार को पूरा हो गया है।
राजाथ सिंह ने दी थी सेनाओं की वापसी की जानकारी
भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर पिछले नौ महीने से काफी ज्यादा तनाव रहा है। बीते साल जून गलवान घाटी में हुई हिसंक झड़प के बाद तो हालात बहुत ज्यादा तनावपूर्ण हो गए थे। जिसके बाद लगातार दोनों देशों के बीच तनाव कम करने को लेकर बैठकें हो रही थीं। काफी लंबे वक्त तक तनातननी के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 11 फरवरी को संसद में बताया था कि भारत और चीन के बीच पैंगोंग झील क्षेत्र से सैनिकों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का समझौता हो गया है। समझौते के हिसाब से चीन और भारत अपनी सेनाएं पीछें हटा लेंगे।
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