चीन के साथ टकराव के बीच तेजी से जारी लद्दाख में हाइवे का निर्माण कार्य
नई दिल्ली। चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में जारी टकराव के बीच भारत तेजी से इनफ्रास्ट्रक्चर को विकास करने में लगा है। दिन रात बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) के मजदूर काम करने में लगे हुए हैं। जांस्कार नदी के करीब स्ट्रेटेजिक हाइवे के लिए जमीन को ठीक करने का काम जारी है। यह एक नया रास्ता है जिसका निर्माण चीन बॉर्डर के करीब तेजी से जारी है। भारत और चीन के बीच मई माह से टकराव जारी है और अब सर्दियों में भी इसके सुलझने की कोई उम्मीद नजर नहीं आती है।
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283 किलोमीटर लंबा है हाइवे
लद्दाख में अब 283 किलोमीटर लंबे नीमू-पादाम-दारचा (एनपीडी) नए हाइवे का निर्माण हो रहा है। यह जगह उस क्षेत्र से 250 किलोमीटर की पश्चिम में है जहां पर इस समय भारत और चीन के जवान आमने-सामने हैं। भारत और चीन के बीच इस टकराव को 50 सालों में हुआ सबसे गंभीर टकराव करार दिया जा रहा है। एक बार रेडी हो जाने पर यह सड़क लद्दाख में बॉर्डर तक पूरे साल सेना का संपर्क कायम रखेगी। इस तरह से भारत भी चीन की बराबरी पर आ जाएगा। चीन ने भारत से लगी सीमा पर सड़कों और हैलीपैड्स का बड़ा नेटवर्क तैयार कर डाला है। सड़क बनाने के काम में लगे एक बीआरओ कर्मी ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से कहा कि एक बार यह सड़क पूरी हो जाए तो फिर सेना को काफी आसानी से हो जाएगी।
पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
एनपीडी हाइवे तीन वर्षों में पूरा होने वाला है। भारत लगातार चीन से सटे बॉर्डर पर इनफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की कोशिशों में लगा हुआ है। चीन के साथ तनाव के बीच ही इसमें तेजी आ गई है। 3500 किलोमीटर लंबे चीन के बॉर्डर पर अहम निर्माण कार्यों जिसमें सड़क, सुरंग, पुल और एयरफील्ड्स शामिल हैं, उन्हें पूरा करने में जुट गया है। हाइवे पर जिस सड़क का काम चल रहा है वह करीब 8.8 किलोमीटर लंबी है और आने वाले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करने वाले हैं। लद्दाख का बॉर्डर तिब्बत से सटा हुआ है।