Facebook से शुरू हुई हिन्दुस्तानी युवक-पाकिस्तानी युवती की लव स्टोरी, अब कोरोना के पास आकर अटकी, जानिए कैसे?
Facebook से शुरू हुई हिन्दुस्तानी युवक-पाकिस्तानी युवती की लव स्टोरी, अब कोरोना के पास आकर अटकी, जानिए कैसे?
नई दिल्ली। सरहदें भले ही दो देशों को बांट सकती हैं, लेकिन दो दिलों के बीच का प्यार का बंटवारा नहीं कर सकती। प्यार के आगे दोनों देशों के बीच की सरहदें बौनी पड़ जाती हैं। मोहब्बत ना कोई बंधन देखता है, ना ही कोई सीमा, भारत के अमित और पाकिस्तान की सुमन की लवस्टोरी कुछ ऐसी हैं, सरहद प्यार की ये लव स्टोरी फेसबुक पर कोरोना संकटकाल में हुई।
फेसबुक के जरिए एक-दूसरे से प्यार हुआ था
बता दें पंजाब के अमित और पाकिस्तान की सुमन को फेसबुक के जरिए एक-दूसरे से प्यार हुआ था और जून में शादी होने वाली थी लेकिन कोरोना वायरस ने बीच में सब कुछ बिगाड़ दिया। कोरोना के कारण सबकुछ रुक जरूर गया है लेकिन इस जोड़े को पूरा यकीन है कि कोरोना काल खत्म होते ही दोनों के परिवार मिलेंगे। सुमन और अमित को पूरा भरोसा है कि दोनों का प्यार परवान जरूर चढ़ेगा।
इस सवाल का जवाब जानने के लिए शुरु हुई थी बातचीत
मालूम
हो
कि
पिछले
सितंबर
के
महीने
में
पंजाब
के
गुरदासपुर
निवासी
अमित
ने
फेसबुक
पर
सुमन
से
पहली
बार
बात
की।
अमित
को
यह
नहीं
पता
था
कि
पाकिस्तान
में
हिंदू
त्योहार
कैसे
मनाए
जाते
हैं
तो
उन्होंने
सुमन
से
पूछा
कि
जन्माष्टमी
कैसी
बीती।
सुमन
ने
बताया
कि
वो
वहां
कैसे
त्योहार
मानते
हैं।
सुमन
के
पाकिस्तान
के
हिंदु
परिवारों
का
रहन-सहन,
संस्कृति
को
जानने
की
उत्सुकता
से
शुरू
हुई
ये
बातचीत
प्यार
में
बदल
गई।
तब
से
ये
दोनों
फेसबुक
पर
लगातार
बात
करते
हैं
और
दो
देशों
में
रह
रहे
इस
युगल
जोड़े
के
कोरोनावायरस
के
समाप्त
होने
तक
इसी
सोशल
साइट
और
मोबाइल
का
सहारा
है।
कोरोना बना शादी के लिए संकट
30 वर्षीय अमित शर्मा ने 28 साल की सुमन रंतीलाल को पिछले नवंबर में प्रपोज किया और सुमन ने यह प्रपोजल स्वीकार कर लिया। प्यार परवान चढ़ ही रहा था और दोनों के परिवार वाले भी इस शादी के लिए राजी हो गए थे लेकिन बीच में पहले बॉर्डर पर भारत-पाक के बीच की टेंशन और अब कोरोना की महामारी बीच में इनकी शादी की दुश्मन बन गई। इनकी पहले शादी जून में होनी थी लेकिन अब मामला अटक गया है। हालांकि, अभी भी दोनों को पूरी उम्मीद है कि यह शादी होकर रहेगी।अमित को शुरुआत से ही पता था कि कराची की लड़की से प्यार करना इतना आसान नहीं होगा। अमित बताते हैं, 'मुझे अपने परिवार को मनाना पड़ा। इतनी दूरी के कारण कई बार डर लगता था कि यह सब संभव भी हो पाएगा या नहीं। लेकिन गुजरात के अहमदाबाद और गुरदासपुर के कादिन में मौजूद सुमन के रिश्तेदारों ने हमारी मदद की।'
दोनों परिवार की हैं ये मुराद
अमित एक प्राइवेट कंपनी में सेल्समैन की नौकरी करते हैं और उनकी सरहद पार रहने वाली प्रेमिका सुमन पाकिसतान के कराची यूनिवर्सिटी से एमफिल कर रही हैं। सुमन को ट्रैवलिंग, कुकिंग और पढ़ाई का शौक है। अमित कहते हैं वह कई जगहों पर घूमी भी हैं लेकिन कभी कहीं अकेली नहीं गई। अब उन्हें मेरे लिए इतना लंबा सफर तय करना है।'कोरोना का मामला खत्म होने के बाद अमित का परिवार सुमन के परिवार के लिए एक स्पॉन्सरशिप वीजा भेजेगा। अमित के पिता रमेश शर्मा भी पाकिस्तान जाने के इच्छुक हैं। सुमन का परिवार भी अमित के परिवार को मशहूर कराची का हलवा खिलाने को बेताब है। लेकिन इन दो परिवारों और इन दो युगल जोड़ों की मुराद तब तक नहीं पूरी होगी जब तक कोरोना वायरस का प्रकोप देश से कम नहीं होता।
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