IBC 2018: जब नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा, मैं लाजवाब हूँ
नई दिल्ली। 'इंडिया विजन 2030 एंड बैंक्स' विषय पर बोलते हुए नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने कहा कि, स्मॉल एंड मीडियम इंडस्ट्री के लोग जब लोन लेने आते हैं तो उनके साथ सब तरह की समस्याएं हैं। उन्हें इंट्रेस्ट भी ज्यादा देना होता है, जबकि बड़ी कंपनियों के घर पर जाकर साइन कराया जाता है। इस समस्या के बारे में सवाल पूछे जाने पर नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने कहा कि बैंकों के मैनेजमेंट के तरीके पर काम करने पर हमें सोचना होगा। यह बहुत बड़ा काम है।
राजीव कुमार ने कहा, 'इसमें मैं कोई बुलेट पॉइंट नहीं बनाना चाहता हूं। लेकिन इतना जरूर है कि अगर हम बैंक्स को कुछ सेक्टर्स के साथ जोड़ दें तो बैंकों के पास बैड ऐपल्स की पहचान करने का एक अवसर होगा। वे उस सेक्टर्स से ज्यादा अच्छे तरीके से डील कर सकेंगे।' राजीव कुमार के जवाब देने के बाद भी सवाल पूछने वाले शख्स को संतुष्टि नहीं हुई। उन्होंने दोबारा पूछा, सर कोई मैकेनिज्म बताइए। इस पर राजीव कुमार ने कहा- मैं लाजवाब हूं।
राजीव कुमार के लाजवाब होने के बाद भूपेंद्र यादव ने जवाब देने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि यह व्यावहारिक समस्या है। हमारी बैंकों से मल्टीटास्किंग महात्वाकांक्षा है। यह चुनौती है, इसमें आप और मैं एक ही गाड़ी में सवार है।
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