पाकिस्तान से होकर गुजरेंगे पीएम मोदी, भारत ने कहा एयरस्पेस को खोला जाए
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 और जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिशकेक में होंगे। वह यहां पर शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) समिट में हिस्सा लेंगे। भारत ने पाकिस्तान से अनुरोध किया है कि वह पीएम मोदी के विमान को गुजरने के लिए एयरस्पेस को खोले। पाकिस्तान ने इससे पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के लिए अपना एयरस्पेस खोला था। सुषमा 20 और 21 मई को बिशकेक के लिए रवाना हुई थी। अभी तक पाकिस्तान ने इस पर कोई भी औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। रविवार को सूत्रों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
यह भी पढ़ें-SCO में नहीं होना चाहिए पाकिस्तान और आतंकवाद का जिक्र
पाकिस्तान से होकी गुजरेंगे पीएम
पाकिस्तान ने 26 फरवरी को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद एयरस्पेस को पूरी तरह से बंद कर दिया था। उसके बाद से ही पाकिस्तान ने सिर्फ दो रास्तों को खोलकर ही रखा है और दोनों रास्ते दक्षिणी पाकिस्तान से होकर गुजरते हैं। जबकि कुल 11 रास्ते पाकिस्तान के एयरस्पेस के तहत आते हैं। सुषमा पिछले माह बिशकेक में आयोजित एससीओ के विदेश मंत्रियों की मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए गई थीं। यहां पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी थे। सूत्रों की ओर से बताया गया है, 'भारत ने पाकिस्तान से पीएम मोदी के एयरक्राफ्ट को पाकिस्तान का एयरस्पेस प्रयोग करने की मंजूरी देने को कहा है।'
सुषमा के लिए दी थी खास मंजूरी
भारत और पाकिस्तान के बीच 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही तनाव बरकरार है। जहां भारत ने 31 मई को भारतीय एयरस्पेस पर लगी तमाम पाबंदियों को हटा लिया है तो वहीं पाकिस्तान ने प्रतिबंधों को 15 जून तक के लिए बढ़ा दिया है। बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद से बंद एयरस्पेस सुषमा के लिए पाकिस्तान की ओर से मंजूरी तब आई थी जब खुद उसके देश में हजारों ट्रैवलर्स को एयरस्पेस बंद होने की वजह से टिकट कैंसिल कराने पड़ रहे हैं, फ्लाइट्स में देरी और महंगे टिकट्स जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा है।
भारत का अनुरोध पाकिस्तान ने माना
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस पर बयान दिया था। उन्होंने बताया था, 'भारत सरकार ने हमें सुषमा स्वराज की फ्लाइट को पाकिस्तान से गुजरने देने के लिए मंजूरी मांगी थी और हमनें वह मंजूरी दी।' दिल्ली में भी सरकार जुड़े करीबी सूत्रों की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है। सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया, 'पाकिस्तान की ओर से ओवरफ्लाइट को मंजूरी भारतीय अथॉरिटीज की तरफ से दायर की गई रूट परमिशन के बाद दी गई थी।
आठ घंटे की दूरी चार घंटे में तय हुई
सुषमा 21 और 22 मई को बिशकेक में थीं। बिशकेक में एससीओ देशों के विदेश मंत्रियों का सम्मेलन था। इस सम्मेलन में सुषमा के साथ ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी हिस्सा लिया था। अगर पाकिस्तान की ओर से यह मंजूरी नहीं दी जाती तो सुषमा को किर्गिस्तान पहुंचने में करीब आठ घंटे लगते। पाक की मंजूरी के बाद सिर्फ चार घंटे में ही सुषमा किर्गिस्तान पहुंच गईं।