दो दिन पहले भारत ने पाकिस्तान से की अपील, कुलभूषण जाधव से कराई जाए राजनयिकों की मुलाकात
नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को बताया कि भारत ने दो दिन पहले पाकिस्तान से अपील की थी कि भारतीय राजनयिकों को कुलभूषण जाधव से मिलने दिया जाए। इंडियन नेवी के पूर्व ऑफिसर कुलभूषण जाधव इस समय जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की जेल में सजा काट रहे हैं। स्वराज ने कहा कि अगले वर्ष 18 से 21 फरवरी तक जाधव के केस की सुनवाई अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) में होगी। जाधव को अप्रैल 2017 में पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट की ओर से मौत की सजा सुनाई गई थी।
साल 2017 में पाक ने सुनाई मौत की सजा
मिलिट्री कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत ने मई 2017 में आईसीजे में अपील की। आईसीजे की ओर से अभी इस फैसले पर अंतिम निर्णय आना बाकी है। आईसीजे ने पाकिस्तान को आदेश दिया था कि उसका निर्णय आने से पहले जाधव को सजा नहीं दी जा सकती है। स्वराज मंगलवार को इंदौर में थीं और यहां पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए इस बात में जानकारी दी। उन्होंने बताया, 'भारत ने आईसीजे की मदद से जाधव को फांसी देने पर स्टे हासिल किया था। अब इस मामले की सुनवाई फरवरी में होगी।' पाकिस्तान का दावा है कि मार्च 2016 में जाधव को उसके सुरक्षाबलों ने बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया था। पाक ने कहा था कि जाधव ईरान की तरफ से उसके देश में दाखिल हो रहे थे। जबकि भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से किडनैप कर लिया गया था जहां पर वह अपने बिजनेस के सिलसिले में गए थे। जाधव, नेवी से रिटायर हो चुके हैं।