जोधपुर के आसमान से चीन को कड़ा संदेश देने की तैयारी, भारत-फ्रांस के लड़ाकू विमान राफेल करेंगे युद्धाभ्यास
नई दिल्ली। Indian-French Rafales SKYROS wargames: चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच अगले साल भारत और फ्रांस की वायु सेनाएं मिलकर युद्धाभ्यास करेंगी। गौर करने वाली बात यह है कि इस युद्धाभ्यास में पहली बार भारतीय वायु सेना राफेल लड़ाकू जेट का इस्तेमाल करेगी वहीं, फ्रांस की सेना भी राफेल विमानों से ही भारत के साथ अभ्यास करेगी। अगले साल जनवरी के तीसरे सप्ताह में जोधपुर में होने वाले इस युद्ध एक्सरसाइज को स्काईरोज (SKYROS) नाम दिया गया है। बता दें कि अगले साल ही भारत को उसके अन्य तीन राफेल विमान फ्रांस से मिलने वाले हैं।

गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी तनाव के बीच फ्रांस से मिले राफेल लड़ाकू विमानों से चीन की बोलती बंद हो गई है। इसके साथ ही अगले साल भारत को अलगे साल जनवरी, 2021 में राफेल विमानों की तीसरी खेप भी मिलने वाली है। न्यूज एजेंसी एएनआई को सरकारी सूत्रों ने बताया कि जनवरी, 2021 में फ्रांसीसी वायु सेना राफेल विमानों के साथ SKYROS युद्धाभ्यास के लिए जोधपुर आ रही है। फ्रांसीसी राफेल विमानों को भारतीय राफेल विमानों के साथ-साथ 17 स्क्वाड्रन जोधपुर में तैनात सुखोई एसयू-३० एमकेआई (Su-30MKI) के साथ उड़ान भरते देखा जा सकता है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा अगस्त 2020 में सेवा में शामिल किए गए राफेल विमानों के साथ भारतीय वायु सेना (IAF) का पहला बड़ा युद्धाभ्यास होगा। सूत्रों ने कहा कि फ्रांसीसी वायुसेना के साथ होने वाला ये युद्धाभ्यास नियमित गरुड़ श्रृंखला के अभ्यासों से अलग होगा, जिसे दोनों देश की सेनाएं एक दशक से अधिक समय से कर रही हैं। जोधपुर में राफेल के साथ दोनों देश की वायु सेनाएं कुछ जटिल युद्धाभ्यास भी करेंगी जो आज से पहले कभी नहीं किया गया।