आज लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में भारत-चीन के बीच मेजर जनरल स्तर की वार्ता
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच आज लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में मेजर जनरल स्तर की एक वार्ता होगी। सेना के सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि इस वार्ता में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के कई हिस्सों पर डिसइंगेजमेंट पर चर्चा की जाएगी। भारत और चीन के बीच जारी टकराव को तीन माह से ज्यादा दिन का समय हो गया है लेकिन अभी तक इस पर कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका है। दो अगस्त को भारत और चीन के बीच पांचवें दौर की कोर कमांडर की वार्ता मोल्डो में हुई थी। 10 घंटे तक चली और इसमें कोई नतीजा नहीं निकल सका था।
यह भी पढ़ें-Tiktok पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के आदेश से बौखलाया चीन
चीन ने भारत से कहा पैंगोंग इलाका छोड़ने को
दो अगस्त को हुई वार्ता के दो दिन बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल की अध्यक्षता वाले चाइना स्टडी ग्रुप (सीएसजी) ने इस मीटिंग के बारे में जानकारी ली। मंगलवार को ग्रुप ने चीन के उस प्रस्ताव का जायजा लिया जिसमें भारतीय सेना को 'आपसी और समान' डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया के तहत पैंगोंग त्सो वाले हिस्से को खाली करने को कहा गया था। भारत ने चीन के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है। चीन को स्पष्ट कर दिया गया है कि उसका यह प्रस्ताव किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है।
फिंगर एरिया नहीं छोड़ रहा चीन
दो अगस्त को एक बार फिर पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) का अड़ियल रवैया देखने को मिला। इस बार कोर कमांडर वार्ता पर न तो विदेश मंत्रालय की तरफ से कोई बयान आया और ना ही सेना की तरफ से कोई आधिकारिक टिप्पणी की गई थी। सूत्रों के मुताबिक चीनी सेना, पैंगोंग के उत्तरी किनारे पर स्थित फिंगर 4 और फिंगर 5 से पीछे हट गई थी। यहां तक कि भारत की तरफ से भी फिंगर 2 से कुछ दूरी तक पीछे हटने पर रजामंदी जताई गई थी। लेकिन भारत का मानना है कि अब अगर और पीछे हटते हैं तो इसका मतलब भारतीय पोस्ट्स को खाली करना होगा और इस बात पर सेना बिल्कुल भी तैयार नहीं है।