भारतीय वायुसेना 83 तेजस एयरक्राफ्ट को खरीदेगी, स्वदेशी को बढ़ावा
नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस विमानों को एक बार फिर से खरीदने जा रही है। वायुसेना 83 तेजस विमान को खरीदने जा रही है, जिसे स्थानीय स्तर पर ही बनाया गया है। इससे पहले वायुसेना ने 114 विमानों के लिए अंतरराष्ट्रीय उत्पादकों से निविदा मंगाई थी, लेकिन इसके दो साल बाद अब वायुसेना फिर से स्वदेशी तेजस एयरक्राफ्ट खरीदने जा रही है।
ब्लूमबर्ग की खबर के अनुसार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाप ने बताया कि वायुसेना पुराने बेड़े को बदलने जा रही है और इसके लिए वह एचएएल से 83 और जेट्स खरीदेगी। वायुसेना में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट की कीमत अपेक्षाक-त म है और इस कदम से भारत महत्वपूर्ण रक्षा निर्यातक के रूप में खुद को स्थापित करने में सफल होगा। हालांकि शुरुआत में इसकी गुणवत्ता को लेकर कुछ दिक्कत होगी, लेकिन स्थानीय स्तर पर बने हथियारों के स्तेमाल करने की दिशा में यह कदम मील का पत्थर साबित होगा।
गौरतलब है कि इससे पहले भारत ने 2018 में 114 लड़ाकू विमानों की निविदा को आमंत्रित किया था। इसमे स्वीडन के बोइंग, लॉकहीड के मार्टिन ने तकरीबन 15 अरब डॉलर तक की बोली लगाई थी। ऐसे में माना जा रहा है कि भारत अब महंगी रक्षा खरीद से इतर स्वदेशी पर ध्यान देना चाहती है। 2015 में फ्रांस की डसॉल्ट एविएशन के 126 राफेल जेट के लिए 11 अरब डॉलर का ऑर्डर दिया गया था, लेकिन इसे बाद में रद्द कर दिया गया था।