साल 2016 में खूब भावुक हुए नेता और सेलिब्रेटी, आप भी जानें
साल 2016 बीतने जा रहा है लेकिन इस साल कई ऐसी शख्सियतें रहीं जो घटनाओं से प्रभावित हो कर भावुक हुए और सुर्खियों का हिस्सा भी बनें।
साल 2016 बीतने की ओर है। हम सभी पूरे साल की बातें और यादें एक दूसरे से साझा कर रहे हैं। ऐसे में हम देश, दुनिया और अपने आस-पास हुई घटनाओं को भी याद रखते हैं जो हम से या हमारे समाज से जुड़ी होती है।
इस साल कई ऐसी घटनाएं घटी, जिन्होंने सबकी आंखो में आंसू ला दिए।
इस साल अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक भावुक हो गए। तो आईए आपको बताते हैं कब-कब बड़ी हस्तियां किन वजहों से भावुक हुईं।
इस साल पहली बार लखनऊ में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दमदार भाषण और फैसलों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस साल ऐसे मौके भी आए जब वो भावुक हो गए। पहला मौका था उत्तर प्रदेश के लखनऊ के बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का। उस वक्त पीएम मोदी आंध्र प्रदेश स्थित हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रहे रोहिथ वेमुला की मौत जिक्र कर रहे थे। इस दौरान पीएम ने कहा था कि एक मां ने अपना बेटा खोया है, इसका दर्द वो भलिभांति महसूस कर सकते हैं।
2 बार नोटबंदी के बाद
दूसरा मामला 8 नवंबर को विमुद्रीकरण के फैसले के बाद का है, 13 नवंबर को जब वो गोवा में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान पीएम ने कहा था कि मैंने देश के लिए घर-परिवार सब कुछ छोड़ दिया। यह बोलते हुए पीएम नोदी भावुक हो गए थे।
गोवा के बाद पीएम मोदी अगली बार 22 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी की संसदीय दल की बैठक में भी विमुद्रीकरण के मुद्दे के कारण उन पर हो रहे हमलों के कारण भावुक हो गए थे। इस दौरान पीएम मोदी ने उन्होंने कहा था कि यह फैसला देश के गरीब और मध्यम वर्ग के हित में है। इसे सर्जिकल स्ट्राइक ना कहा जाए।
भारत के मुख्य न्यायाधीश नहीं रोक सके अपने आंसू
यूं तो भारत के मुख्य न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर को उनके फैसले और सरकार पर टिप्पणियों की वजह से काफी सख्त माना जाता है लेकिन वो भी इस साल अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने ही एक कार्यक्रम में भावुक हो गए थे। ऑल इंडिया जज कॉन्फ्रेंस के दौरान देश में न्यायाधीशों की कमी पर भावुक लहजे में न्यायाधीश ठाकुर ने कहा था कि पांचवी चौथी क्लास में सावल आता था कि अगर पांच आदमी एक सड़क 10 दिन में बनाएंगे तो एक दिन में सड़क बनाने के लिए कितने लोग चाहिए। जवाब होगा 50 लोग। इतना बोलते -बोलते वो भावनाओं में बह गए थे। भर्राई आवाज और नम आंखों से कहा कि कुछ काम नहीं आए तो कम से कम ये भावुक अपील ही काम आ सकती है और सरकार न्यायाधीशों की संख्या बढ़ा दे।
स्कूल पहुंच कर रोए ठाकुर
अगला वाकया जम्मू और कश्मीर का है जहां न्यायाधीश ठाकुर अपने ही पूर्व स्कूल के एक कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन के दौरान भावुक होते हुए ठाकुर ने कहा कि मैं यहां आकर खुश हूं और हैरान भी हूं। कहा कि खुशी इस बात की 50 साल पहले इस स्कूल से निकला, 50 साल बाद फिर इस स्कूल में आया। पुराने दोस्तों से मिला, अपने उस्ताद (शिक्षकों) से मुलाकात हुई। उनका शुक्रिया अदा करने का मौका मिला। इस दौरान मौजूदा शिक्षा व्यवस्था पर न्यायाधीश ठाकुर ने कहा था कि 50 सालों में हम मंगलयान तक पहुंच गए हैं लेकिन इस स्कूल के बुनियादी ढांचे में कोई बदलाव नहीं आया। आज भी कुर्सिया टूटी हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव...
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव। इस साल अखिलेश अपने पापा, चाचा और पार्टी की वजह से भावुक हुए। प्रदेश में सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी के बीच दो फाड़ होने की हालत में सवाल अखिलेश और उनकी कार्यशैली पर ही सवाल उठा दिए गए।
सपा की लड़ाई के दौरान अक्टूबर के आखिरी हफ्ते की 24 तारीख को लखनऊ में पार्टी की एक मीटिंग में रोते हुए अपनी सारी बाते कह दी थीं। इस दौरान अखिलेश ने रोते-रोते कहा था षड़यंत्रकारियों के खिलाफ एक्शन लूंगा। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से अखिलेश ने कहा था कि अगर आपकी पार्टी है आपका कैरियर है तो मेरा भी कैरियर है मेरा भी कैरियर बर्बाद हुआ है।
इस बैठक से एक दिन पहले 23 अक्टूबर को अखिलेश विधायकों और नेताओं की बैठक में भी भावुक हो गए थे। पार्टी विधायकों और नेताओं से बात करते वक्त अखिलेश तो भावुक हो ही गए, उनके साथ कई अन्य विधायक और नेता रोने लगे।
बेटी का ग्रेजुएशन और पापा ओबामा की आंखों में आंसू
बात इसी साल जून की है जब अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की बड़ी बेटी मालिया ओबामा हाईस्कूल ग्रेजुएट हुई थीं। सेरेमनी में अपनी बेटी को हाईस्कूल ग्रेजुएट होता देख ओबामा भी रो दिए थे। हालांकि ओबामा ने अपनेभावुक होने का राज खोला था। ओबामा ने कहा था कि उनकी बेटी तब ग्रेजुएट हो रही है जब समय महिलाओं के लिए काफी मुश्किल भरा है। ओबामा ने बाताया था कि वो पूरे कार्यक्रम के दौरान काला चश्मा लगाए हुए थे और सिर्फ एक बार रोए थे।
बच्चे की मौत पर रोए ओबामा
इससे पहले जनवरी में राष्ट्रपति ओबामा तब भावुक हुए थे जब वो अमेरिका के न्यूटाउन में हिंसा के बाद बंदूकों के नियंत्रण के बारे में बोल रहे थे। ओबमा ने इस दौरान उस घटना का जिक्र किया था जिसमे 20 वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी थी। ओबामा ने कहा था कि जब भी मैं उन बच्चों के बारे में सोचता हूं तो खुद पर संयम नहीं रख पाता। हालांकि कि इसके कुछ दिनों बाद यह दावा किया था कि ओबामा, आंखों में प्याज लगाकर रो रहे थे।