Coronavirus का खौफ, मोदी सरकार ने कर्मचारियों को आधार कार्ड के जरिए हाजिरी लगाने को कहा
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते देश की राज्य सरकारें अलर्ट पर हैं वहीं केंद्र सरकार ने भी लोगों को किसी भी तरह के आयोजन करने से बचने को कहा है। शुक्रवार को कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने देशभर में अपने सरकारी दफ्तरों में बायोमैट्रिक अटेंडेंस पर 31 मार्च, 2020 तक रोक लगा दी है, सरकार ने कर्मचारियों को आधार के माध्यम से हाजिरी लगाने को कहा है। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को दिल्ली और पंजाब सरकार ने भी बायोमैट्रिक अटेंडेंस पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी थी। वर्तमान में कर्मचारियों की उपस्थिति और अनुपस्थिति रजिस्टर के माध्यम से की जा रही है।
कोरोना वायरस की दहशत सिर्फ आम जनता में ही नहीं अब सरकारी ऑफिसों में भी देखने को मिल रहा है। यहां सरकारी कर्मचारी अपने मुंह पर मास्क लगाकर आ रहे हैं और एक दूसरे से हाथ मिलाने से भी बचते नजर आ रहे हैं। केंद्र सरकार ने भी इस क्रम में बड़ा कदम उठाते हुए सरकारी ऑफिसों में बायोमैट्रिक अटेंडेंस पर रोक लगा दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस ऑफिसों समेत सभी सरकारी कार्यालयों में बायोमैट्रिक हाजिरी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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कार्यालयों के बायोमैट्रिक मशीनों पर बकायदा एक नोटिस चिपकाया गया है जिसमें लिखा है कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बायोमैट्रिक मशीन कुछ दिनों के लिए बंद किया जाता है।भारत सरकार ने अपने सभी मंत्रालयों और विभागों से अनुरोध किया है कि वह अपने कर्मचारियों को 31 मार्च, 2020 तक आधार-आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली में बायोमेट्रिक हाजिरी को चिह्नित करने की छूट दें। हालांकि, सभी कर्मचारियों को रजिस्टर में अपनी उपस्थिति को चिह्नित करना आवश्यक है।
कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच ही सेना ने भी इससे निपटने की तैयारियां कर ली हैं। सेना की ओर से शुक्रवार को बताया गया है कि उसने इस वायरस का सामना करने के लिए क्या-क्या कदम उठाने का फैसला किया है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के महू में सेना के मेजर रैंक के ऑफिसर को वायरस का संदिग्ध माना गया था। हालांकि उनके सैंपल्स निगेटिव आए हैं।
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