लॉकडाउन में यहां की पुलिस चला रही अनोखी पुलिस पाठशाला ताकि.....
लॉकडाउन में यहां की पुलिस भूखे बच्चों का पेट भरने के साथ चला रही ये पाठशाला ताकि.....
नई दिल्ली।कोरोनावायरस संक्रमण के कारण देश पर छाए संकट में हर किसी ने अपने सामर्थ के आधार पर लोगों की मदद करने का जिम्मा उठा रखा हैं। लॉकडाउन में जहां सारे स्कूल और पाठशालाएं बंद पड़ी हैं और बच्चे घरों में कैद होकर रहे गए हैं वहीं एक शहर की पुलिस ने नागरिकों की सुरक्षा करने के साथ-साथ श्रमिकों के बच्चों की देखभाल करते हुए उनके लिए पाठशाला भी लगा रहे हैं ताकि बच्चों की पढ़ाई हो सकें।
साउथ दिल्ली पुलिस ने इसलिए लगाई ये पुलिस पाठशाला
बता दें राजनीतिक दल प्रवासी श्रमिकों और देश की गरीब जनता के नाम पर इस संकटकाल में भी अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं वहीं देश की राजधानी दिल्ली के साउथ के ग्रेटर कैलास की पुलिस ऐसा नेक काम कर रही जो इन राजनीतिज्ञों के मुंह पर तगड़ा तमाचा हैं। दरअसल, लॉकडाउन में ग्रेटर कैलाश में रहने वाले पांच बच्चों के मां-बाप लॉकडाउन में कहीं दूसरी जगह फंस गए । ऐसे में ग्रेटर कैलाश पुलिस स्टेशन की पुलिस ने न केवल इन बच्चों की देखभाल की बल्कि लॉकडाउन में उनकी पढ़ाई का हर्जा न हो इसलिए अपने व्यस्त सेड्यूल में से इन बच्चो को पढ़ाने के लिए समय निकाल रहे हैं।
डीसीपी साउथ ने खुद ट्वीटर पर शेयर कर लिखी ये बात
गौरतलब हैं कि लॉकडाउन के दौरान 10 अप्रैल को किसी ने एक फोन करके पुलिस को सूचना थी कि ग्रेटर कैलाश के इलाके में कुछ लोग खाना न मिलने की वजह से भूखे हैं। तब पुलिसकर्मियों से इन बच्चों की मुलाकात हुई। फिर खाना देने के साथ-साथ पुलिस ने इन बच्चों की पढ़ाई शुरू की। हर शाम 5 से 6 बजे तक बच्चों की क्लास चलती है।इसकी जानकारी खुद डीसीपी साइथ दिल्ली ने अपने ट्वीटर एकाउंट पर देते हुए लिखा है पुलिस पाठशाला, नेक्स जनरेशल की देखभाल।
10 अप्रैल से संचालित की रही ये क्लास
पिछले 10 अप्रैल से ग्रेटर कैलाश के पुलिसकर्मी इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि लॉकडाउन में भी बच्चों की पढ़ाई जारी रहे। पुलिस की पाठशाला में केवल पांच ही बच्चें हैं जिनके माता-पिता लॉकडाउन कहीं दूसरी जगह फंस गए थे। वो देखभाल के लिए इन बच्चों के पास नहीं आ पा रहे थे। इन बच्चों में 2 बेटियां हैं, जो कैलाश कॉलोनी में एमसीडी के स्कूल में पढ़ती हैं। इनमें से एक बच्ची पहली क्लास में पढ़ती है और दूसरी बेटी चौथी क्लास में पढ़ती है।
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सीनियर ऑफिसर्स ने बच्चों को पढ़ाने के लिए दी सामग्रियां
ग्रेटर कैलास के हेड कांस्टेबल तारा चंद और महिला कांस्टेबल नीलम हर दिन इन बच्चों को पढ़ाते हैं। बच्चों को कविताएं, हिंदी और अंग्रेजी के अक्षर, गिनती, रंगों के नाम और शरीर के अंगों के नाम को सिखाया जाता है। हर दिन ये पुलिसकर्मी इन पांच बच्चों को 1 घंटे तक पढ़ाते हैं ताकि इनकी पढ़ाई का हर्जा न हो। गौरतलब है कि पहले माता-पिता पुलिसकर्मियों द्वारा बच्चों को पढ़ाए जाने के लिए राजी नहीं थे लेकिन अब वो बहुत खुश हैं क्योंकि कोरोना संकट काल में उनके बच्चों की पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आई है। पुलिसकर्मियों की लगन देखकर सीनियर ऑफिसरों ने बच्चों को पढ़ाने के लिए बोर्ड, कलरिंग बुक और पढ़ने-लिखने के लिए अन्य जरूरी सामान उपलब्ध करवाया/
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