Constitution Day 2021: पीएम मोदी बोले, संविधान के प्रति समर्पित सरकार विकास में भेद नहीं करती
Constitution Day 2021: पीएम मोदी बोले, संविधान के प्रति समर्पित सरकार विकास में भेद नहीं करती
नई दिल्ली, 25 नवंबर। संविधान दिवस के मौक पर आज विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास ही संविधान की भावना को प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि संविधान के पर्ति समर्पित सरकार विकास में किसी तरह का भेदभाव नहीं करती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह की आधारभूत सुविधा एक गरीब को मिल रही है, जिस तरह की पहुंच उन्हें मिल रही है. उसी तरह की पहुंच संपन्न लोगों को भी मिल रही है।
जिस तरह से सरकार दिल्ली-मुंबई पर फोकस कर रही है उतना ही फोकस लेद-लद्दाख और नार्थ ईस्ट पर भी है। विकास में किसी तरह का भेदभाव नहीं है, लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के विकास के मार्ग में बाधा पहुंचाई जा रही है। कभी अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर तो कभी किसी जरिए से। उन्होंने कहा कि जब देश का गरीब विकास की मुख्य धारा से जुड़ता है तो उसकी पूरी दुनिया बदल जाती है। जब उसे सामान मौका मिलता है तो वो खुद को साबित कर पाता है। जब देश के गरीबी, रेहड़ी पटरी वाले लोगों का बैंक खाता खुला तो उन्हें राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी का अहसास हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के उन लोगों के दुख को समझना, जिनके घर में शौचालय नहीं था, बिजली नहीं थी, गैस चूल्हा नहीं था, उनके दुख को अपना समझकर इसे पूरा करने में अपना जीवन खपा देना ही संविधान का असली सम्मान है।
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संविधान दिवस 2021 के कार्यक्रम को शुक्रवार को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत एकलौता देश है, जिसने पेरिस समझौते के लक्ष्यों को समय से पहले प्राप्त की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि ऐसे भारत पर पर्यावरण के नाम पर भाँति-भाँति के दबाव बनाए जाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार और न्यायपालिका, दोनों का ही जन्म संविधान के गर्भ से हुआ है। दोनों ही संविधान की संतान हैं, दोनों का अपना अस्तित्व और अपना काम है, लेकिन अगर गौर से देखें तो दोनों एक दोनों के बिना अधूरे हैं।
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