तमिलनाडु में 9 वीं से 11 वीं तक के छात्रों को बिना परीक्षा के किया जाएगा प्रमोट, बढ़ाई गई रिटायरमेंट उम्र
चेन्नई। तमिलनाडु में कोरोना महामारी के चलते छात्रों की फाइनल परीक्षा को लेकर प्रदेश सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। तमिलनाडु मुख्यमंत्री ने गुरुवार को 9 वीं, 10वीं और 11वीं कक्षा की फाइनल परीक्षा को लेकर बड़ा आदेश दिया है। तमिलनाडु विधानसभा में मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामीउ ने कहा कि 9 वीं, 10 वीं और 11 वीं के छात्रों को परीक्षा के बिना अगली कक्षा में पदोन्नत कर दिया जाएगा। ऐसा कोरोना महामारी के मद्देनजर किया जा रहा है।
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मुख्यमंत्री ने यह निर्णय चिकित्सा विशेषज्ञों की सिफारिश के आधार पर लिया गया था जो इस राय के थे कि वर्तमान स्थिति कक्षा 10 वीं (एसएसएलसी) और प्लस वन परीक्षा आयोजित करने के लिए अनुकूल नहीं थी। रिपोर्टों के अनुसार, छात्रों की स्कूल में इंटरनल असेस्मेंट के आधार पर जांच की जाएगी। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि लंबित परीक्षा के अंकों को दो मापदंडों में विभाजित किया जाएगा। जबकि 80 फीसदी अंकों की गणना छात्रों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए त्रैमासिक और अर्धवार्षिक परीक्षाओं में की जाएगी, उनकी उपस्थिति के आधार पर 20 फीसदी अंक दिए जाएंगे।
केवल
कक्षा
10
और
12
के
लिए
फिर
से
खोल
दिया
जाएगा
इस
बीच,
देश
में
देशव्यापी
तालाबंदी
लागू
होने
के
बाद
पहली
बार
तमिलनाडु
में
कक्षा
10
और
12
के
लिए
स्कूल
19
जनवरी,
2021
से
फिर
से
खुल
गए।
घोषणा
करते
हुए,
पलानीस्वामी
ने
कहा
था
कि
स्कूलों
को
केवल
कक्षा
10
और
12
के
लिए
फिर
से
खोल
दिया
जाएगा
और
प्रत्येक
कक्षा
में
25
छात्र
होंगे।
उन्होंने
यह
भी
कहा
था
कि
प्रतिरक्षा
स्तर
को
बढ़ावा
देने
के
लिए,
कक्षाओं
में
भाग
लेने
वाले
छात्रों
को
विटामिन
और
जिंक
टेबलेट
दी
जाएंगी।
तमिलनाडु सरकार ने रिटायरमेंट की बढ़ाई आयु
बता दें गुरुवार को सीएम पलानीस्वामी ने विधानसभा में सेवानिवृत्ति की आयु में वृद्धि का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा सरकारी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु 59 से बढ़ाकर 60 की जाएगी।
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