बढ़ती कीमतों से परेशान हुए पेट्रोल पंप मालिक, ग्राहकों को लुभाने के लिए निकाले नए-नए ऑफर
देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से सिर्फ आम आदमी ही नहीं, बल्कि पेट्रोल पंप मालिक भी परेशान हैं। आसमान छूती कीमतों के कारण लोग अब कम से कम पेट्रोल भरवा रहे हैं या फिर ऐसी जगह का रुख कर रहे हैं जहां तेल की कीमतें कम हों।
भोपाल। देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से सिर्फ आम आदमी ही नहीं, बल्कि पेट्रोल पंप मालिक भी परेशान हैं। आसमान छूती कीमतों के कारण लोग अब कम से कम पेट्रोल भरवा रहे हैं या फिर ऐसी जगह का रुख कर रहे हैं जहां तेल की कीमतें कम हों। ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश के सेंधवा में भी हो रहा है। महाराष्ट्र की सीमा से लगे सेंधवा में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से सिर्फ आम लोग ही नहीं, बल्कि पेट्रोल पंप मालिक भी परेशान हैं। इसलिए ग्राहकों को लुभाने के लिए वो एक अलग ही ऑफर लेकर आए हैं।
लुभावने ऑफर लेकर आए पेट्रोल पंप मालिक
मध्य प्रदेश के सेंधवा में पेट्रोल बेचने के लिए पेट्रोल पंप मालिक एक अलग ही ऑफर लेकर आए हैं। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए मालिक उन्हें चाय-नाश्ते से लेकर ईनाम तक दे रहे हैं। मजबूरी के चलते पेट्रोल पंप मालिक उन्हें अलग-अलग लुभावने ऑफर दे रहे हैं, ताकि वो वहां आकर पेट्रोल भराएं। एक पेट्रोल पंप मालिक के अनुसार, 'महाराष्ट्र की तुलना में मध्य प्रदेश में पेट्रोल महंगा है। अगर लोग महाराष्ट्र से इस तरफ आ रहे होते हैं तो वहीं से पेट्रोल भरा कर आते हैं।'
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'सरकार कम करे तेल पर टैक्स'
पेट्रोल पंप मालिक ने आगे कहा, 'अगर लोग मध्य प्रदेश से पेट्रोल भरवाते हैं, तो वो भी काफी कम कि उनका रास्ता निकल जाए। इसलिए गुजरने वाले लोग पेट्रोल पंपों की तरफ नहीं आते। उन्हें लुभाने के लिए ही ये आकर्षक ऑफर लाए गए हैं।' पेट्रोल पंप मालिक का कहना है कि महाराष्ट्र सीमा से लगे सभी पेट्रोल पंपों में तेल की बिक्री कम हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार टैक्स कम करे तो पेट्रोल और डीजल की बिक्री ज्यादा हो पाए।
बढ़ती कीमतों के खिलाफ विपक्ष ने किया था भारत बंद
ग्राहकों को चाय-नाश्ता से लेकर बाइक और लैपटॉप तक के ऑफर दिए जा रहे हैं। इस ऑफर से पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों की आवाजाही बढ़ी है। सोमवार 10 सितंबर को पेट्रोल और डीजल दामों में बढ़ोत्तरी को लेकर विपक्ष ने भारत बंद का ऐलान किया था। इस बंद को 21 राजनीतिक दलों- समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, एमडीएमके के साथ कई अन्य दलों ने अपना समर्थन दिया था। बंद के दौरान कई राज्यों में हिंसा भी देखी गई।
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