पीएम मोदी-शी जिनपिंग मुलाकात से ऐन पहले, चीन ने पीओके को भारत के नक्शे में दिखाया
नई दिल्ली। कश्मीर मुद्दे पर चीन का रुख हमेशा से भारत विरोधी ही रहा है। वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में डैम से लेकर रोड तक कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। यहां तक कि पीओके में चीनी सेना की मौजूदगी की खबरें भी आती रही हैं, लेकिन बीते शुक्रवार को चीन के सरकारी टीवी पर पीओके को भारत के हिस्से के तौर पर दिखाया गया।
पीओके को भारत के मैप में दिखाने के पीछे हो सकती हैं ये दो वजह
निश्चित तौर पर भारत के लिए रणनीतिक तौर पर यह अच्छी खबर है, लेकिन यहां दो अहम सवाल भी खड़े हो रहे हैं। पहला- कश्मीर मुद्दे पर चीन लगातार भारत विरोधी रुख अपनाता रहा है। ऐसे संभावना जताई जा रही है कि चीन के सरकारी टीवी पर गलती से तो पीओके को भारत के नक्शे में नहीं दिखा दिया गया। दूसरा- चीन में कम्युनिस्ट पार्टी का शासन है, जो बड़े सख्त तरीके से मीडिया पर कंट्रोल रखती है। अगर चीन का सरकारी टीवी पीओके को भारत के नक्शे में दिखा रहा है तो कहीं चीन ने कोई बड़ा रणनीतिक बदलाव तो नहीं कर दिया है। अगर ऐसा है तो पाकिस्तान के लिए यह बहुत बुरी है।
पाकिस्तान में चीनी दूतावास पर हमले की रिपोर्टिंग के दौरान दिखाया नक्शा
चीन के जिस सरकारी टीवी ने पीओके को भारत के नक्शे में दिखाया है, उसका नाम है- सीजीटीएन। बीते शुक्रवार को इस टीवी चैनल पर पाकिस्तान में चीन के वाणिज्य दूतावास पर हुए आतंकी हमले की रिपोर्टिंग दिखाई जा रही थी। इसी खबर के दौरान चैनल ने एक नक्शा दिखाया, पीओके को भारत के हिस्से के तौर पर पेश किया गया।
इसी हफ्ते होनी पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच मुलाकात
चीन के सरकारी टीवी पर पीओके को भारत के हिस्से के तौर पर दिखाए जाने के मुद्दे पर पाकिस्तान आपत्ति जरूर दर्ज कराएगा। ऐसे में संभव है कि पीओके को भारत के नक्शे में दिखाने पर चीन की ओर से कोई बयान आए, तभी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। इस हफ्ते जी-20 समिट के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात हो सकती है। अगर चीन ने पीओके को भारत के नक्शे में रणनीतिक बदलाव के बाद दिखाया है तो तब तो भारत-चीन रिश्तों में एकदम नई शुरुआत हो सकती है। ऐसे में पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच यह मुद्दा उठना तय होगा। अब देखना होगा कि इस मुद्दे पर चीन की ओर से क्या संदेश आता है?