कोरोना संकट में दुनिया का मददगार बना भारत, 87 देशों में भेजी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और पेरासिटामोल दवा
नई दिल्ली। पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के प्रकोप का सामना कर रही है, अब तक दुनियाभर में 32 लाख से ज्यादा लोग महामारी की चपेट में आ चुके हैं और 2 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई है। भारत भी कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है लेकिन इस बीच वह दूसरे देशों की मदद करने में भी पीछे नहीं है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि केंद्र सरकार ने 87 देशों को कोरोना मरीजों का इलाज करने में मददगार हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और पेरासिटामोल दवाइयां भेजी हैं।
गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के अनुरोध पर भारत सरकार ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाइयों की निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया था। इसके बाद सरकार ने अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी को इन दवाइयों की पहली खेप पहुंचाई थी। इसी क्रम में अब केंद्र सरकार ने दुनिया के और 87 देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ) और पेरासिटामोल की दवाइयां निर्यात की है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत ने सहायता के रूप में 2.8 मिलियन एचसीक्यू टैबलेट और 1.9 मिलियन पेरासिटामोल टैबलेट प्रदान किए हैं।
Testing kits from China are under examination under the ICMR; priority is now to enhance rapid test kits. MEA is helping as part of the empowered group: Ministry of External Affairs https://t.co/bDS8PEhQw2
— ANI (@ANI) April 30, 2020
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विदेश मंत्रालय ने यही भी बताया कि आईसीएमआर के तहत चीन से आए टेस्टिंग किट का परीक्षण किया जा रहा है, सरकार की प्राथमिकता अब तेजी से परीक्षण किट बढ़ाने की है। विदेश मंत्राल सशक्त समूह के भाग के रूप में मदद कर रहा है। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 33,050 हो गई है। अब तक 1074 मौतें हुई हैं। इस समय 23651 एक्टिव केस हैं यानि इन लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं 8325 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं, वहीं देश में रिकवरी रेट भी बढ़कर 25 फीसदी से ज्यादा हो गया है।
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